Soldiers recruited in 'Agneepath' will yearn for marriage after retirement

रिटायरमेंट के बाद शादी के​ लिए तरसेंगे ‘अग्निपथ’ योजना में भर्ती हुए जवान, राज्यपाल सत्यपाल मलिक का बड़ा बयान

शादी के​ लिए तरसेंगे 'अग्निपथ' योजना में भर्ती हुए जवान! Soldiers recruited in 'Agneepath' scheme will yearn for marriage after retirement

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:54 PM IST, Published Date : June 27, 2022/4:26 am IST

शिलॉंग: Agneepath Scheme latest Update अपने बेबाक बयानों के लिए अक्सर सुर्खियों में रहने वाले मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने मोदी सरकार की आर्मी भर्ती के लिए लाई गई नई स्कीम ‘अग्निपथ’ को लेकर ऐसा बयान दे दिया है कि अब चारों ओर चर्चा होने लगी है। बता दें कि सत्यपाल मलिक ने मोदी सरकार के कृषि कानून को लेकर भी विरोध किया था और किसानों के समर्थन में बयान दिया था। अग्निपथ योजना को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार को इस योजना पर पुनर्विचार करना चाहिए। मलिक ने कहा कि छह महीने तक जवान ट्रेनिग लेगा, छह महीने की छुट्टी और तीन साल की नौकरी करने के बाद जब वह घर लौट आएगा तो उसकी शादी भी नहीं होगी।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp  ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<

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Soldiers recruited in ‘Agneepath’ मिली जानकारी के अनुसार रविवार को यूपी के बागपत के खेकड़ा में में शिक्षक नेता गजे सिंह धामा की मौत के बाद उनके आवास पर मलिक शोक संवेदना प्रकट करने पहुंचे थे। बाद में मीडिया से बातचीत में राज्यपाल मलिक ने कहा कि अग्निपथ योजना जवानों के खिलाफ है, यह उनकी उम्मीदों के साथ धोखा है। उन्होंने कहा कि इससे पहले उन्होंने किसानों की बात रखी थी और अब जवानों की बात रख रहे हैं।

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आप पद से इस्तीफा देकर किसानों और युवाओं के बीच में आकर बैठते और मुखर होते तो ज्यादा असर पड़ता? इस सवाल के जवाब में सत्यपाल मलिक ने कहा, ‘मैं आप जैसे सलाहकारों के चक्कर में पड़ता तो यहां तक पहुंचता ही नहीं। ‌फिर उन्होंने आगे कहा कि कुर्सी छोड़ दूंगा एक मिनट में अगर जिसने मुझे बनाया है वह कह दे।’ मलिक जम्मू-कश्मीर के उपराज्यल भी रह चुके हैं।

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भविष्य की योजना के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मेरा इरादा राजनीति करने और चुनाव लड़ने का नहीं है। किसानों और जवानों के लिए जहां जरूरत होगी संघर्ष करुंगा। मलिक ने कहा कि वह कश्‍मीर पर किताब भी लिखेंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या रिटायरमेंट होने के बाद केन्द्र सरकार के खिलाफ खुलकर आंदोलन की अगुवाई करेंगे? मलिक ने कहा कि बात सरकार के विरोध की नहीं है, मैं जो मुद्दा उठा रहा हूं, वह अगर मान लिया जाये तो वह सरकार के पक्ष की ही बात होगी।

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