(तस्वीरों के साथ)
नयी दिल्ली, 24 दिसंबर (भाषा) उत्तर भारत में क्रिसमस की पूर्व संध्या पर मंगलवार को भी कड़ाके की ठंड जारी रही और जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में हिमपात हुआ, जबकि राजस्थान और दिल्ली के कुछ हिस्सों में बारिश हुई। कुल मिलाकर पूरे क्षेत्र में शीत लहर की स्थिति बनी रही।
हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में ताजा हिमपात के कारण तीन राष्ट्रीय राजमार्गों समेत राज्य में कम से कम 233 सड़कें बंद हैं। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के किन्नौर, लाहौल एवं स्पीति, शिमला, कुल्लू, मंडी, चंबा और सिरमौर जिले के ऊंचे इलाकों में बर्फबारी हुई।
शिमला में सबसे अधिक 145 सड़कें बंद हैं, इसके बाद कुल्लू में 25 और मंडी जिले में 20 सड़कें बंद हैं।
स्थानीय मौसम विभाग के अनुसार, खदराला में 24 सेंटीमीटर (सेमी) हिमपात हुआ, इसके बाद सांगला (16.5 सेमी), शिल्लारू (15.3 सेमी), चौपाल और जुब्बल (15 सेमी प्रत्येक), कल्पा (14 सेमी), निचार (10 सेमी), शिमला (सात सेमी), पूह (छह सेमी) और जोत (पांच सेमी) में हिमपात हुआ।
लाहौल और स्पीति में कुकुमसेरी मंगलवार को राज्य में सबसे ठंडा रहा, जहां रात का तापमान शून्य से 6.9 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया, जबकि ऊना 21.4 डिग्री सेल्सियस के दिन के तापमान के साथ प्रदेश का सबसे गर्म स्थान रहा।
अधिकारियों ने कहा कि इसी तरह, कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में मंगलवार को ताजा हिमपात हुआ और घाटी के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु से कई डिग्री नीचे गिर गया।
पारा लुढ़कने से जलापूर्ति की पाइपलाइन जम गईं, यहां तक कि कई जल निकायों की सतह पर बर्फ की एक पतली परत दिखी।
श्रीनगर में सोमवार रात न्यूनतम तापमान शून्य से 6.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि पहलगाम में तापमान शून्य से 7.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
गुलमर्ग में रात का तापमान शून्य से 7.4 डिग्री सेल्सियस नीचे, काजीगुंड में शून्य से 6.2 डिग्री नीचे दर्ज किया गया, जबकि पंपोर क्षेत्र का एक गांव कोनिबल शून्य से 8.5 डिग्री सेल्सियस नीचे के तापमान के साथ घाटी में सबसे ठंडा रहा।
मौसम विभाग ने 26 दिसंबर से अगले कुछ दिनों में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट की भविष्यवाणी की है।
कश्मीर वर्तमान में ‘चिल्ला-ए-कलां’ की चपेट में है जिसे सर्दियों की सबसे कठोर अवधि माना जाता है और जो 21 दिसंबर से शुरू हुई थी।
उत्तराखंड में भारी हिमपात के बाद बदरीनाथ में कांप रही गायों को मंगलवार को चमोली जिले की निचली घाटियों में लाया गया।
सोमवार से पूरे उत्तराखंड में बर्फीली और ठंडी हवाएं चल रही हैं और चमोली तथा उत्तरकाशी सहित ऊंचाई वाले स्थानों पर हिमपात हुआ है, जबकि निचले इलाकों में हल्की बारिश हुई।
बदरीनाथ के अलावा, फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान, नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान और केदारनाथ कस्तूरी मृग अभयारण्य के साथ-साथ नीति घाटी में माणा और मलारी के ऊपर के गांवों में बर्फबारी हुई।
इस बीच दिल्ली के कुछ हिस्सों में मंगलवार शाम को बारिश हुई, जबकि दिन का तापमान सामान्य से थोड़ा अधिक रहा।
मध्य, दक्षिण और पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में शाम को बारिश हुई। मंगलवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 20.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के दौरान सामान्य से अधिक था। दिल्ली में दिन के दौरान आसमान में बादल छाए रहे।
दिन की शुरुआत कोहरे से हुई और न्यूनतम तापमान 9.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो मौसम के औसत से दो डिग्री अधिक है।
इसी तरह, मंगलवार को बारिश और ताजा पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण राजस्थान के कुछ हिस्सों में ठंड की स्थिति बनी रही।
स्थानीय मौसम कार्यालय के अनुसार, मंगलवार सुबह तक 24 घंटे में पूर्वी राजस्थान में कुछ स्थानों पर बहुत हल्की बारिश दर्ज की गई। इसी तरह पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग ने कहा कि भद्रा के हनुमानगढ़ में सबसे अधिक नौ मिमी बारिश दर्ज की गई। डूंगरपुर पांच डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान के साथ राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा।
मौसम विभाग ने कहा कि 26-27 दिसंबर को क्षेत्र में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। इसका असर उदयपुर, कोटा, अजमेर और भरतपुर संभागों और शेखावाटी क्षेत्र में दिखेगा।
भाषा संतोष धीरज
धीरज
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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