twin tower buildings will be demolished
twin tower buildings will be demolished : नोएडा। देश में पहली बार आज कुतुब मीनार से भी ऊंची इमारत धमाके से उड़ जाएगा। नोएडा के सेक्टर 93ए में आसमान छूती ट्विन टावर इमारतों को चंद घंटों बाद गिरा दिया जाएगा। भ्रष्टाचार का प्रतीक बन चुकीं इन दो इमारतों को ’रावण और कुम्भकरण’ के पुतले की तरह फूंक दिया जाएगा। कानून और न्याय की यह जीत उन लोगों के लिए ’विजयदशमी’ से कम नहीं, जिन्होंने एक दशक तक इसके लिए अदालतों के चक्कर लगाए और एक बड़ी कंपनी के खिलाफ बड़ी जंग जीत ली।
आज सूरज निकलने से पहले ही तैयारियों को अंतिम रूप देने का काम शुरू कर दिया गया। आसपास की सोसायटी से लोग जरूरी सामान लेकर निकल गए हैं। सड़कें बंद कर दी गई हैं और इलाके में बाजारों को भी खोलने की इजाजत नहीं दी गई। हर तरफ सन्नाटा पसरा हुआ है। धमाके से पहले सन्नाटा फैलते जा रहा है। सिर्फ ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया से जुड़े लोग यहां रह गए हैं। सुपरटेक ट्विन टावर्स विध्वंस स्थल पर 560 पुलिसकर्मी, रिजर्व फोर्स के 100 लोग, 4 क्विक रिस्पांस टीम और एनडीआरएफ टीम तैनात की गई हैं। एक्सक्लूशन जोन (विध्वंस स्थल) को पूरी तरह से खाली करा दिया गया है।
twin tower buildings will be demolished : नोएडा प्राधिकरण, स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों ने पूरी तैयारी कर ली है। स्वास्थ्य विभाग ने दवाओं से लैस 8 एंबुलेंस को घटनास्थल पर सुबह से ही तैनात कर दिया गया है। नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने बताया कि टावर ध्वस्तीकरण होते ही सोसाइटियों व सड़कों की सफाई के लिए 100 वाटर टैंकर, 15 एंटी स्मॉग गन, 6 मैकेनिकल स्वीपिंग मशीन, करीब 200 सफाई कर्मचारी और 20 टैक्टर-ट्राली समेत कर्मचारी तुरंत सफाई व्यवस्था में जुट जाएंगे। दो दिन तक लगातार सफाई की जाएगी। जल विभाग की टीम को निर्देश दिया कि ध्वस्तीकरण के बाद एटीएस विलेज व सुपरटेक एमरॉल्ड कोर्ट सोसाइटी में पानी की पर्याप्त आपूर्ति की जाए।
सुपरटेक ट्वीन टावर के पास सात ड्रोन उड़ते दिख रहे हैं। चार ड्रोन विस्फोट करने वाली कंपनी एडिफिस के हैं। एक सीबीआरआई का, एक पुलिस का और एक नोएडा प्राधिकरण का ड्रोन इस इलाके में उड़ान भर रहा है।
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सुबह ट्विन टावर के सामने सेल्फी लेने के लिए बड़ी संख्या में लोग आ गए। पुलिस ने माइक पर अनाउंस कर लोगों से चले जाने की अपील की। ट्विन टावर के मलबे में दबकर किसी जानवर की मौत ना हो इसके लिए एक निजी संस्था ने सोसाइटी के आसपास से करीब 32 कुत्तों को शेल्टर होम पहुंचाया है।