नयी दिल्ली, 24 जनवरी (भाषा) अभिनेता सैफ अली खान पर चाकू से हमला करने के आरोपी बांग्लादेशी व्यक्ति के पिता अपने बेटे की रिहाई के लिए जल्द ही देश के विदेश मंत्रालय और भारतीय उच्चायोग से संपर्क करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि उनके बेटे को फंसाया जा रहा है, लेकिन इसका कारण उन्हें नहीं पता।
शरीफुल इस्लाम के पिता मोहम्मद रुहुल ने बांग्लादेश से फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ को दिये 12 मिनट के साक्षात्कार में बताया कि उनके बेटे के पास भारत में रहने के लिए उपयुक्त दस्तावेज नहीं थे और उसे गिरफ्तार होने का डर निरंतर सता रहा था।
उन्होंने आरोप लगाया कि सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में दिख रहा व्यक्ति शरीफुल नहीं है और कहा कि उनके बेटे को फंसाया जा रहा है।
रुहुल ने कहा, ‘‘मैं बांग्लादेशी विदेश मंत्रालय से संपर्क करूंगा और अपने बेटे की रिहाई के लिए ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग से भी मदद मांगूंगा।’’
उन्होंने दावा किया कि उन्हें अपने बेटे की गिरफ्तारी के बारे में फेसबुक और समाचार चैनलों के माध्यम से पता चला। उन्होंने कहा कि इस संबंध में पुलिस ने उनसे संपर्क नहीं किया है।
रुहुल ने बताया, ‘‘पुलिस ने हमसे कुछ नहीं कहा है।’’
उन्होंने बताया कि शरीफुल ने पिछले साल मार्च के आखिरी हफ्ते और अप्रैल के पहले हफ्ते के बीच भारत में प्रवेश किया।
मुंबई की एक अदालत ने शुक्रवार को शरीफुल की पुलिस हिरासत 29 जनवरी तक बढ़ा दी। उसे पिछले हफ्ते अभिनेता सैफ अली खान के घर में लूटपाट की कोशिश के दौरान अभिनेता पर चाकू से वार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस ने अदालत को बताया कि उसे यह पता लगाने के लिए उस व्यक्ति के चेहरे की पहचान करनी होगी कि बांद्रा स्थित इमारत की सीसीटीवी फुटेज में देखा गया व्यक्ति क्या वही है।
पुलिस ने पहले बताया था कि ठाणे शहर से गिरफ्तार शरीफुल ने पिछले साल अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने के बाद अपना नाम बदलकर विजय दास रख लिया था।
सैफ(54) पर 16 जनवरी को तड़के बांद्रा स्थित उनके अपार्टमेंट में चाकू से लैस एक घुसपैठिये ने हमला कर घायल कर दिया था।
रुहुल ने दावा किया कि उनका बेटा चाकू घोंपने की घटना में शामिल नहीं था। उन्होंने कहा कि शरीफुल के लिए सैफ जैसे अभिनेता के घर में घुसना और ऐसा अपराध करना संभव नहीं है।
उन्होंने, ‘‘हमने जो वीडियो फुटेज देखी, उसमें उस व्यक्ति (फुटेज में) के भौंहों तक बाल हैं। मेरा बेटा अपने बाल ऐसे नहीं रखता। वह 30 साल का है और उसने कभी अपने बाल इतने लंबे नहीं रखे, किशोरावस्था में भी नहीं।’’
उन्होंने कहा कि भारत विशाल देश है, यह बहुत संभव है कि एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति से कुछ हद तक मिलता-जुलता हो। ‘‘लेकिन (आरोपी) व्यक्ति की सीसीटीवी कैमरे की तस्वीरें जो मैंने देखीं, वे मेरे बेटे से मेल नहीं खाती हैं।’’
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनके बेटे को किसी ‘‘तीसरे पक्ष’’ द्वारा फंसाया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘यह एक साजिश हो सकती है।’’
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के स्थानीय नेता रुहुल, खुलना जिले में पीपुल्स जूट मिल में काम करते थे। सेवानिवृत्ति के बाद, वह झालोकाठी जिला स्थित अपने पैतृक गांव में रह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि शरीफुल मुंबई के एक होटल में काम करता था और हर महीने की ‘‘10, 11, 12 तारीख’’ को मिलने वाले वेतन का एक हिस्सा भेजता था।
रुहुल ने कहा कि जनवरी 2024 में शेख हसीना के फिर से प्रधानमंत्री बनने के कारण शरीफुल को बांग्लादेश छोड़ना पड़ा।
रुहुल ने बताया कि हसीना के फिर से प्रधानमंत्री बनने के बाद शरीफुल को एहसास हुआ कि वह बांग्लादेश में नहीं रह सकता। उसने देखा कि दूसरे लोग बांग्लादेश छोड़कर दूसरे देशों में जाकर जीविकोपार्जन कर रहे हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए वह भारत चला गया।
उन्होंने कहा, ‘‘उसके पास कोई दस्तावेज नहीं था। जिसके पास दस्तावेज हैं, वह कहीं भी जाकर काम कर सकता है। वैध दस्तावेज होने के कई फायदे हैं।’’
रुहुल बीएनपी यूनियन के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष हैं। उनका सबसे बड़ा बेटा बीएनपी का संगठन सचिव है, जबकि शरीफुल पार्टी का सदस्य है।
भाषा सुभाष दिलीप
दिलीप
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)