नयी दिल्ली, तीन जनवरी (भाषा) केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने हिमाचल प्रदेश में एक केबल ऑपरेटर से अनुपालन मामलों में लाभ पहुंचाने के लिए एक लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में ट्राई (भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण) के एक वरिष्ठ अधिकारी को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के वरिष्ठ अनुसंधान अधिकारी नरेन्द्र सिंह रावत के खिलाफ मामला दर्ज किया है। रावत पर आरोप है कि उन्होंने हिमाचल प्रदेश के सिरमौर में केबल सेवाएं चलाने के लिए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के लाइसेंस धारक से रिश्वत मांगी थी।
ट्राई के वरिष्ठ अधिकारी ने कथित तौर पर ऑपरेटर से राज्य के अन्य पांच लाइसेंसधारी केबल ऑपरेटरों की तरफ से भी रिश्वत की मांग की। अधिकारी ने वादा किया कि वह इन ऑपरेटरों के नियामक दस्तावेज़ों का मूल्यांकन उनके (केबल ऑपरेटर) पक्ष में करेगा।
एजेंसी ने कहा कि रिश्वत का उद्देश्य मंत्रालय से उनके लाइसेंस रद्द करने की सिफारिश न करना था।
सीबीआई के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘यह भी आरोप लगाया गया है कि ट्राई के दिशा-निर्देशों के अनुसार उक्त केबल ऑपरेटरों को अपनी तिमाही निष्पादन निगरानी रिपोर्ट उक्त आरोपी को सौंपना आवश्यक है, जो मूल्यांकन या अवलोकन के बाद, कुछ विसंगतियां पाए जाने पर उनके लाइसेंस को स्वीकार या रद्द करने की सिफारिश करता है।’
सीबीआई ने बताया कि प्रारंभिक सत्यापन के बाद सीबीआई ने जाल बिछाया और रावत को शिकायतकर्ता से दिल्ली स्थित अपने कार्यालय में एक लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया।
एजेंसी ने ग्रेटर नोएडा और नयी दिल्ली में आरोपियों के आवासीय और कार्यालय परिसरों की तलाशी ली।
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