अलवर : Robbery and murder from jewelers in Bhiwadi राजस्थान के भिवाड़ी में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जहां ज्वेलर्स व्यापारी से लूट के बाद आरोपियों ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। वहीं घटना से आक्रोशित व्यापारियों ने धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान विधायक बाबा बालकनाथ और वन मंत्री संजय शर्मा भी धरना स्थल पहुंचे। जिसके बाद बाबा बालक नाथ भी व्यापारियों के साथ धरनास्थल पर बैठ गए। जिसके बाद पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी।
दरअसल अलवर जिले के भिवाड़ी में ज्वेलर्स जयसिंह की बीच बाजार में दिनदहाड़े हत्या के बाद लोगों में भारी आक्रोश है। बीती देर शाम ज्वेलरी शोरूम में हुई डकैती और हत्या की घटना के बाद आज नाराज व्यापारियों ने भिवाड़ी में जाम लगाकर सड़क पर धरने पर बैठ गए। जिसके बाद ज्वेलर्स में लूटपाट और हत्या की सूचना मिलने के बाद स्थानीय विधायक तिजारा विधायक बाबा बालक नाथ धरना स्थल पहुंचे। विधायक बालकनाथ के पहुंचने के बाद ज्वेलर्स संगठन के अध्यक्ष और भिवाड़ी के व्यापारियों ने उन्हें जिले में बिगड़ती कानून व्यवस्था और उनको चुनावी वादों को याद दिलाते हुए जमकर खरी खोटी सुनायी। इसके बाद विधायक खुद बालकनाथ भी 4 घंटे तक धरना स्थल पर जमे रहे। तत्पश्चात् पुलिस प्रशासन और राज्य सरकार के वन मंत्री संजय शर्मा ने उन्हें समझाइश देकर वहां से उठाया और धरना खत्म कराया।
Robbery and murder from jewelers in Bhiwadi उस दौरान व्यापारियों ने तिजारा विधायक बाबा बालकनाथ को चुनाव में किए गए उन वादों को याद दिलाया, जिसमें उन्होंने क्षेत्र में कानून व्यवस्था को दुरूस्त करने की बात कही थी। सैकड़ों व्यापारी सड़क पर धरना देकर बैठे रहे। जयपुर रेंज आईजी अनिल टांक भी धरनास्थल पहुंचे। यहां उन्होंने व्यापारियों की समस्याओं को सुना और उनको आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। इसी बीच राजस्थान के वन मंत्री और अलवर विधायक संजय शर्मा भी मौके पर पहुंचे। यहां उन्होंने व्यापारियों से चर्चा की। साथ ही मृतक के परिजनों से मिलने भी पहुंचे।
भिवाड़ी एएसपी अतुल साहू ने जानकारी दी कि पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी में जुटी हुई है। 20 से अधिक टीमें बनाकर अलग-अलग जगहों पर लगातार दबिश दी जा रही है। पुलिस को मिले सुराग के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। विधायक बाबा बालक नाथ ने बताया कि इस घटना के मामले में कल रात से ही वह अधिकारियों और परिवार के संपर्क में है। आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। पीड़ित परिवार को शीघ्र न्याय मिले और भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हो और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। यदि पुलिस की लापरवाही होगी तो इसकी भी जांच की जाएगी।