नयी दिल्ली, 28 सितंबर (भाषा) सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) ने बुधवार को पीएफआई और उससे सम्बद्ध संगठनों पर लगाए गए प्रतिबंध को ‘‘लोकतंत्र पर सीधा हमला’’ करार दिया।
पार्टी अध्यक्ष एम. के. फैजी ने एक बयान में कहा कि ‘‘जो कोई भी भाजपा सरकार की गलत और जनविरोधी नीतियों’’ के विरुद्ध बोलता है उसे गिरफ्तारी और छापेमारी के खतरे का सामना करना पड़ता है।
एसडीपीआई को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की राजनीतिक शाखा माना जाता है। केंद्र सरकार ने बुधवार को पीएफआई और उससे संबद्ध कई संगठनों पर आतंक रोधी कानून के तहत पांच वर्षों के लिए प्रतिबंध लगा दिया।
एसडीपीआई की वेबसाइट पर डाले गए बयान में कहा गया कि सत्ता द्वारा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, विरोध प्रदर्शन और संगठन की आजादी का दमन किया जा रहा है और यह भारतीय संविधान के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है।
बयान में कहा गया, ‘‘सरकार जांच एजेंसियों और कानून के दुरुपयोग से विपक्ष की आवाज को दबाना चाहती है और लोगों को असहमति के स्वर बुलंद करने से रोकना चाहती है। देश में स्पष्ट रूप से आपातकाल लागू है।’’
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