नयी दिल्ली, 17 जनवरी (भाषा) उच्चतम न्यायालय ने अपनी लैंगिक संवेदनशीलता और आंतरिक शिकायत समिति का पुनर्गठन किया है।
शीर्ष अदालत की न्यायाधीश न्यायमूर्ति बी. वी. नागरत्ना इस 11 सदस्यीय समिति की अध्यक्ष हैं।
समिति में न्यायमूर्ति नोंगमईकापम कोटिश्वर सिंह और न्यायमूर्ति सुजाता सिंह, जो ओएसडी (रजिस्ट्रार) हैं और वरिष्ठ अधिवक्ता मेनका गुरुस्वामी, लिज मैथ्यू तथा बांसुरी स्वराज शामिल हैं।
अधिवक्ता नीना गुप्ता, सौम्यजीत पाणि और साक्षी बंगा भी इस समिति का हिस्सा हैं। इसके अलावा ‘सुप्रीम कोर्ट बार क्लर्क्स एसोसिएशन’ की प्रतिनिधि मधु चौहान और ‘यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो सेंटर इन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड’ की कार्यकारी निदेशक एवं भारत के प्रधान न्यायाधीश द्वारा नामित डॉ. लेनी चौधरी इसमें शामिल हैं।
भाषा सुरभि मनीषा वैभव
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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)