छत्रपति संभाजीनगर, 10 जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र के बीड जिले में मसाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मामले में उनके गांव के निवासियों ने शुक्रवार को कहा कि वे आंदोलन के अगले कदम के बारे में कुछ दिनों में तय करेंगे।
मसाजोग गांव के कई लोगों ने पिछले सप्ताह ‘जल समाधि’ आंदोलन किया था और पुलिस को मामले के फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए 11 जनवरी तक की समयसीमा दी थी।
बीड जिले के मासजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख का नौ दिसंबर को अपहरण कर लिया गया, उन्हें प्रताड़ित किया गया और उनकी हत्या कर दी गई।
कथित तौर पर यह हत्या एक पवनचक्की परियोजना से जुड़ी ऊर्जा कंपनी के खिलाफ जबरन वसूली को रोकने के उनके प्रयासों के कारण की गई।
पुलिस ने इस मामले में अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया है।
इस मामले में एक आरोपी अब भी फरार है।
महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे के सहयोगी वाल्मीक कराड को जबरन वसूली के एक मामले में गिरफ्तार किया गया है।
आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) हत्या और जबरन वसूली के मामलों की जांच कर रहा है।
एक ग्रामीण ने संवाददाताओं से कहा, ‘आंदोलन का अगला कदम दो दिनों में तय किया जाएगा। निर्णय सर्वसम्मति से लिया जाएगा। पुलिस विभाग को 10 दिनों की समयसीमा दी गई है और यह एक या दो दिन में समाप्त हो जाएगी।’
उन्होंने कहा कि हत्या के मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर ग्रामीण एक महीने से तंबू में बैठे हैं।
उन्होंने कहा, ‘हम न्याय चाहते हैं। छठा आरोपी, जो अब भी फरार है, उसे भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए।’
ग्रामीणों ने यह भी मांग की है कि पुलिस अब तक की गई जांच का ब्यौरा बताए।
उन्होंने कहा, ‘हमें पता है कि सीआईडी जांच थोड़ी गोपनीय है। लेकिन कम से कम देशमुख के परिवार के सदस्यों को इसके बारे में सूचित किया जाना चाहिए।’
भाषा
योगेश माधव
माधव
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