साईबाबा का निधन मानवाधिकारों की लड़ाई लड़ने वालों के लिए बड़ी क्षति है: स्टालिन |

साईबाबा का निधन मानवाधिकारों की लड़ाई लड़ने वालों के लिए बड़ी क्षति है: स्टालिन

साईबाबा का निधन मानवाधिकारों की लड़ाई लड़ने वालों के लिए बड़ी क्षति है: स्टालिन

:   Modified Date:  October 13, 2024 / 05:35 PM IST, Published Date : October 13, 2024/5:35 pm IST

चेन्नई, 13 अक्टूबर (भाषा) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने रविवार को कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के पूर्व प्रोफेसर जी. एन. साईबाबा का निधन उन लोगों के लिए एक बड़ी क्षति है जो मानवाधिकारों के लिए लड़ रहे हैं।

माओवादियों से कथित संबंधों के एक मामले में महज सात महीने पहले बरी किए गए साईबाबा का ऑपरेशन के बाद की समस्याओं के कारण शनिवार को हैदराबाद के एक सरकारी अस्पताल में निधन हो गया था। वह 58 वर्ष के थे।

स्टालिन ने कहा, ‘‘उन्होंने निडरता से अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ी, तब भी जब उनकी अपनी स्वतंत्रता खतरा में थी और स्वास्थ्य खराब था।’’

उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘कई चुनौतियों के बावजूद नागरिक स्वतंत्रता की रक्षा करने में उनके साहस को ईमानदारी के एक स्थायी उदाहरण के रूप में याद किया जाएगा। इस मुश्किल समय में उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी संवेदनाए।’’

साईबाबा पित्ताशय के संक्रमण से पीड़ित थे और दो सप्ताह पहले उनका ऑपरेशन हुआ था जिसके बाद जटिलताएं पैदा हो गईं।

भाषा देवेंद्र अमित

अमित

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)