बेटे के भाजपा में शामिल होने के बाद शिअद नेता चरणजीत सिंह अटवाल ने ‘नैतिक आधार’ पर पार्टी छोड़ी

बेटे के भाजपा में शामिल होने के बाद शिअद नेता चरणजीत सिंह अटवाल ने 'नैतिक आधार' पर पार्टी छोड़ी

  •  
  • Publish Date - April 19, 2023 / 05:56 PM IST,
    Updated On - April 19, 2023 / 05:56 PM IST

चंडीगढ़, 19 अप्रैल (भाषा) शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के वरिष्ठ नेता और पंजाब विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष चरणजीत सिंह अटवाल ने बुधवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। कुछ दिन पहले उनके पुत्र इंदर इकबाल अटवाल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए थे।

भाजपा ने हाल ही में अकाली दल छोड़ने वाले इंदर इकबाल सिंह अटवाल को पंजाब की जालंधर लोकसभा उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है।

चरणजीत सिंह अटवाल वर्ष 2004 से 2009 तक लोकसभा के उपाध्यक्ष रहे। वह एक समय पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के करीबी माने जाते थे।

चरणजीत सिंह अटवाल (86) ने कहा कि बेटे और परिवार के अन्य सदस्यों के भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने नैतिक आधार पर शिअद छोड़ दिया है।

उन्होंने कहा, ‘मैंने अकाली दल को पत्र लिखा है कि मैंने आज प्राथमिक सदस्यता और अन्य जिम्मेदारियों से इस्तीफा दे दिया है। मैंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि मुझे लगता है कि मेरे बेटे इंदर इकबाल सिंह और जसजीत सिंह और मेरे भतीजे सुखजिंदरजीत सिंह अकाली दल छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए हैं।”

उन्होंने कहा, “दूसरी बात यह है कि मेरा बड़ा बेटा इंदर इकबाल सिंह जालंधर लोकसभा उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार है। नैतिक रूप से मुझे लगता है कि अकाली दल को छोड़ना जरूरी था।”

जालंधर संसदीय सीट के लिए मतदान 10 मई को होगा जबकि मतगणना 13 मई को होगी।

जनवरी में कांग्रेस सांसद संतोख सिंह चौधरी के निधन के कारण इस सीट पर उपचुनाव कराये जा रहे हैं।

भाषा जोहेब पवनेश

पवनेश