नई दिल्ली: Maha Kumbh 2025 अगले साल यानी जनवरी 2025 में महाकुंभ मेला लगने जा रहा है। जिसकी तैयारी अभी से शुरू हो गई है। यह जश्न पूरे 45 दिन का होगा। यानी महाकुंभ 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगा। इस बार संगम तट पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए 40 करोड़ से ज़्यादा लोगों का जमावड़ा लगेगा।
Maha Kumbh 2025 कुंभ से पहले अखाड़ों के दो धड़ों के बीच भूमि आवंटन को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि बात मारपीट तक पहुंच गया। गुरुवार को अखाड़ों के दो गुटों के संतों क बीच मेला प्राधिकरण कार्यालय में जमकर मारपीट हुई है। इस दौरान संतों ने एक-दूसरे पर जमकर मुक्के बरसाए। यह घटना अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी और महामंत्री हरी गिरी की उपस्थिति में हुई, जिसमें मेला प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद रहे।
दरसअल, 6 अक्टूबर को 13 अखाड़ों के प्रतिनिधियों के साथ सीएम योगी ने बैठक ली। इस बैठक में निरंजनी अखाड़े के महंत रवींद्र पुरी महाराज ने जूना अखाड़े के संतों को महाकुंभ में पहले स्नान कराने का प्रस्ताव रखा। इस प्रस्ताव के बाद मुख्यमंत्री योगी के सामने ही निरंजनी व जूना अखाड़ा के संतों से महानिर्वाणी और निर्मोही अखाड़े के संतों में तीखी नोकझोंक हुई थी, जिसके बाद कई दिनों तक अखाड़ों के दो धड़ों के बीच की अंतर्कलह गुरुवार को खुलकर सामने आ गई।
#प्रयागराज में #महाकुंभ2025 में अखाड़ों के दो धड़ों के बीच भूमि आवंटन को लेकर विवाद बढ़ गया, जो मारपीट तक पहुंच गया। मेला प्राधिकरण कार्यालय में संतों ने एक-दूसरे पर जमकर मुक्के बरसाए। यह घटना अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी और महामंत्री हरी गिरी की उपस्थिति में हुई, जिसमें… pic.twitter.com/7rRbLgOoNV
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) November 7, 2024