पटना/नयी दिल्ली, 28 सितंबर (भाषा) राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को एक ‘‘हिंदू कट्टरपंथी संगठन’’ करार दिया और कहा कि उस पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
आतंकवादी संगठनों से ‘‘संबंध’’ होने के कारण ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ (पीएफआई) व उससे संबद्ध कई अन्य संगठनों पर केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा कड़े आतंकवाद रोधी कानून के तहत पांच साल का प्रतिबंध लगाए जाने से जुड़े पत्रकारों के सवाल पर यादव ने यह टिप्पणी की।
राजद प्रमुख ने कहा, ‘‘वे बिना मतलब पीएफआई का भय दिखाते रहे हैं। यह आरएसएस है, जो हिंदू कट्टारपंथ से जुड़ा है और इसे पहले प्रतिबंधित किया जाना चाहिए।’’
अपनी पार्टी के संगठनात्मक चुनावों के सिलसिले में दिल्ली में मौजूद लालू यादव ने दोहराया कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का ‘‘सफाया’’ हो जाएगा जो आरएसएस की राजनीतिक शाखा है।
यादव से यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें उम्मीद है कि उनके बेटे तेजस्वी यादव कभी राज्य पर शासन करेंगे, राजद नेता ने जोर देकर कहा, ‘‘ बिल्कुल।’’
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ‘देश को संभालने’ की उम्मीदों के सवाल पर यादव ने कहा, ‘‘ सब लोग मिलकर संभालेंगे।’’
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शफीक माधव
माधव
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