आर जी कर अस्पताल बलात्कार-हत्याकांड में मृत चिकित्सक की मां-पिता ने जांच को आधा-अधूरा बताया |

आर जी कर अस्पताल बलात्कार-हत्याकांड में मृत चिकित्सक की मां-पिता ने जांच को आधा-अधूरा बताया

आर जी कर अस्पताल बलात्कार-हत्याकांड में मृत चिकित्सक की मां-पिता ने जांच को आधा-अधूरा बताया

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Modified Date: January 17, 2025 / 01:29 PM IST
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Published Date: January 17, 2025 1:29 pm IST

(सुदीप्तो चौधरी)

कोलकाता, 17 जनवरी (भाषा) आर जी कर अस्पताल बलात्कार-हत्याकांड में कोलकाता की एक अदालत का फैसला आने से एक दिन पूर्व शुक्रवार को मृत चिकित्सक के माता-पिता ने आरोप लगाया कि जांच आधी-अधूरी है क्योंकि इस अपराध में शामिल अन्य लोग खुलेआम घूम रहे हैं।

मृत चिकित्सक के माता-पिता ने कहा कि जब तक उनकी बेटी के लिए इंसाफ नहीं मिल जाता, तब तक वे लड़ाई जारी रखेंगे। पिछले साल नौ अगस्त को इस सरकारी हस्पताल के संगोष्ठी कक्ष में प्रशिक्षु चिकित्सक मृत मिली थी। उसके बाद पूरे देश में जनाक्रोश भड़क गया था।

कोलकाता पुलिस से संबद्ध स्वयंसेवक संजय रॉय को इस अपराध के सिलसिले में आरोपित किया गया था और उसे 10 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था।

सियालदह की अतिरिक्त जिला एवं सत्र अदालत में इस मामले की सुनवाई नौ जनवरी को पूरी हुई। शनिवार को इस मामले में फैसला आ सकता है।

मृत चिकित्सक की मां ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘संजय (रॉय) दोषी है और कल का फैसला उसके खिलाफ होगा। लेकिन बाकी अपराधियों का क्या जो अभी तक पकड़े नहीं गए हैं? मैं उन्हें खुलेआम घूमते हुए देख सकती हूं। मैंने उन्हें अस्पताल में घूमते हुए देखा है। तो, जांच आधी-अधूरी ही हुई है।’’

उन्होंने यह भी कहा कि जैविक साक्ष्यों से रॉय दोषी साबित हुआ है, लेकिन उनका मानना ​​है कि प्रशासन अपराध में शामिल कई अन्य लोगों को बचा रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘सारे सबूत या तो खो गए या मिटा दिए गए। जब ​​(तत्कालीन) पुलिस आयुक्त विनीत गोयल ने घटनास्थल का दौरा किया था तो वहां बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। यह मछली बाजार जैसा लग रहा था। घटनास्थल पर मौजूद रहे लोगों को सजा मिलनी चाहिए।’’

शव मिलने के बाद संगोष्ठी कक्ष में बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी वाली कथित तस्वीरें सामने आई थीं।

मृत चिकित्सक की मां ने कहा, ‘‘मुझे अभी तक नहीं पता चला कि मेरी बेटी को इस तरह क्यों मारा गया। उसे ऐसा क्या पता चल गया था कि उसे जीने नहीं दिया गया?’’

ऐसी अटकलें हैं कि कनिष्ठ चिकित्सक की हत्या इसलिए कर दी गयी क्योंकि उसे कुछ गोपनीय बातों का पता चल गया था जिन्हें अधिकारी दबाकर रखना चाहते थे।

मृत चिकित्सक के पिता ने भी दावा किया कि जांच आधी-अधूरी है।

उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि संजय अकेला था। और भी लोग होंगे जो इस अपराध में बिल्कुल शामिल थे, लेकिन वे अब भी आजाद हैं। उम्मीद है कि उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा और उनका अपराध साबित होगा। तब तक, न्याय नहीं मिलेगा।’’

मृत चिकित्सक के माता-पिता ने कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर भरोसा है और शनिवार को वे अदालत में रहेंगे, जब फैसला सुनाया जाएगा।

अगर रॉय को दोषी ठहराया जाता है, तो अदालत उसे मृत्युदंड या आजीवन कारावास की सजा सुना सकती है।

यह पूछे जाने पर कि क्या वह रॉय के लिए मृत्युदंड चाहती हैं, चिकित्सक की मां ने कहा, ‘‘मैं दोषियों के लिए सजा चाहती हूं। न्यायपालिका (सजा पर) फैसला करेगी।’’

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने संजय के लिए मृत्युदंड की मांग की है। उसने अदालत में यह भी कहा कि रॉय इस अपराध का एकमात्र गुनाहगार है।

कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर सीबीआई को इस मामले की जांच सौंपी गयी थी।

मृत चिकित्सक की मां ने कहा, ‘‘हम बहुत सामान्य पृष्ठभूमि वाले लोग हैं। हमने अपनी बेटी को पढ़ाने के लिए बहुत कुछ किया। वह एक प्रतिभाशाली और बुद्धिमान लड़की थी। मुझे लगता है कि न्याय पाने के लिए हमें अभी लंबा रास्ता तय करना होगा।’’

उन्होंने कहा कि उनके दिन बेटी की तस्वीर के सामने रोते हुए बीत रहे हैं।

भाषा राजकुमार वैभव

वैभव

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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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