कोलकाता, नौ अक्टूबर (भाषा) पश्चिम बंगाल के कोलकाता में आरजी कर अस्पताल में एक चिकित्सक के साथ कथित बलात्कार और हत्या मामले की जांच शीघ्र पूरी करने की मांग को लेकर आंदोलनकारी चिकित्सकों ने बुधवार को रैलियां निकालीं।
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के आरोपपत्र में केवल एक व्यक्ति को ही मुख्य आरोपी क्यों बताया गया है और मांग की कि केंद्रीय जांच एजेंसी 15 अक्टूबर से पहले आरोपपत्र में अन्य ‘‘दोषियों’’ के नाम भी शामिल करे, जब उच्चतम न्यायालय में मामले की सुनवाई होनी है।
आंदोलनकारी चिकित्सकों ने अपनी मांगों को लेकर साल्ट लेक इलाके में करुणामयी से सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित सीबीआई कार्यालय तक एक रैली निकाली।
रैली के सीजीओ कॉम्प्लेक्स पहुंचने के बाद एक वरिष्ठ चिकित्सक ने कहा, ‘‘जांच रिपोर्ट में युवा चिकित्सक के साथ बलात्कार के पीछे कई लोगों की मौजूदगी का संकेत दिया गया है। फिर सीबीआई ने आरोपपत्र में केवल एक व्यक्ति को ही आरोपी क्यों बताया?’’
चिकित्सक ने कहा, ‘‘उन्हें शीघ्र जांच करनी चाहिए तथा 15 अक्टूबर से पहले और नाम शामिल करने चाहिए, जब उच्चतम न्यायालय में सुनवाई होनी है।’’
सीबीआई ने एक स्थानीय अदालत के समक्ष दायर अपने आरोपपत्र में कोलकाता पुलिस के नागरिक स्वयंसेवी संजय रॉय को नौ अगस्त को यहां आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक महिला चिकित्सक के साथ बलात्कार और हत्या के मामले में ‘‘एकमात्र आरोपी’’ ठहराया है।
इस बीच, चिकित्सकों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा निकाली गई एक अन्य रैली को कोलकाता पुलिस ने शहर के विभिन्न स्थानों पर यह कहते हुए रोक दिया कि उन्हें रैली आयोजित करने की कोई आधिकारिक अनुमति नहीं दी गई थी।
भाषा
देवेंद्र माधव
माधव
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