जम्मू, छह नवंबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष सतपाल शर्मा ने बुधवार को सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) पर पूर्ववर्ती राज्य के विशेष दर्जे की बहाली पर विधानसभा में ‘असंवैधानिक’ तरीके से प्रस्ताव पारित करने का आरोप लगाया और कहा कि ऐसा करना विशेषाधिकार हनन के समान है।
शर्मा ने नेकां की सहयोगी कांग्रेस से प्रस्ताव पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा।
शर्मा ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा, “प्रस्ताव में एकतरफा तरीके से (विशेष दर्जा हटाने) बात की गई, जो संविधान के अनुच्छेद 370 और 35ए के प्रावधानों को निरस्त करने का सीधा संदर्भ है। उन्होंने (सत्तारूढ़ सरकार ने) इस मुद्दे को तोड़-मरोड़ कर उठाया और ये विशेषाधिकार हनन है, जिसके लिए उन्हें परिणाम भुगतने होंगे।”
इस दौरान पूर्व उपमुख्यमंत्री कवींदर गुप्ता सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।
शर्मा ने कहा कि पांच अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 को हटाना भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का ‘एकतरफा फैसला’ नहीं था।
उन्होंने कहा, “सरकार ने लोकसभा में विधेयक पेश किया और उचित चर्चा के बाद जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संवैधानिक प्रावधान को निरस्त कर दिया। हालांकि बुधवार को विधानसभा में पारित प्रस्ताव संसद का अपमान है, जो विशेषाधिकार का हनन है।”
भाजपा नेता ने कहा, “बिना किसी चर्चा के प्रस्ताव पारित करने वाले अध्यक्ष के अलावा, प्रस्ताव पेश करने और उसका समर्थन करने वाले सभी लोगों को परिणाम भुगतने होंगे। ”
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने अब तक न तो प्रस्ताव के समर्थन में बात की है और न ही इसके खिलाफ।
शर्मा ने कहा, “कांग्रेस को प्रस्ताव के समर्थन पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।”
भाषा जितेंद्र माधव
माधव
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