भारत में मानवाधिकारों को लेकर विभिन्न विदेशी संस्थाओं की रिपोर्ट अकसर भ्रामक होती हैं: सरकार |

भारत में मानवाधिकारों को लेकर विभिन्न विदेशी संस्थाओं की रिपोर्ट अकसर भ्रामक होती हैं: सरकार

भारत में मानवाधिकारों को लेकर विभिन्न विदेशी संस्थाओं की रिपोर्ट अकसर भ्रामक होती हैं: सरकार

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Modified Date: December 19, 2024 / 11:35 PM IST
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Published Date: December 19, 2024 11:35 pm IST

नयी दिल्ली, 19 दिसंबर (भाषा) सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह अमेरिका समेत कई देशों की संस्थाओं की ओर से भारत में मानवाधिकारों की स्थिति पर समय-समय पर जारी होने वाली विभिन्न रिपोर्ट से अवगत है, लेकिन ये रिपोर्ट अक्सर भ्रामक और पूर्वाग्रह वाली होती हैं।

विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह बात कही।

प्रश्न किया गया था कि क्या सरकार को अमेरिका के ‘कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस’ की एक हालिया रिपोर्ट की जानकारी है जिसमें भारत की मानवाधिकार स्थिति, खासकर सांप्रदायिक हिंसा एवं धार्मिक स्वतंत्रता लेकर ‘चिंताओं’ को उजागर किया गया है।

मंत्री ने अपने उत्तर में कहा कि सरकार इस तरह की रिपोर्ट से अवगत है और ये अकसर भ्रामक और पूर्वाग्रह वाली होती हैं।

भाषा वैभव आशीष

आशीष

 

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