सत्ता में बैठे लोगों से सच बोलने का साहस रखते थे रतन टाटा: मनमोहन सिंह |

सत्ता में बैठे लोगों से सच बोलने का साहस रखते थे रतन टाटा: मनमोहन सिंह

सत्ता में बैठे लोगों से सच बोलने का साहस रखते थे रतन टाटा: मनमोहन सिंह

:   Modified Date:  October 10, 2024 / 01:42 PM IST, Published Date : October 10, 2024/1:42 pm IST

नयी दिल्ली, 10 अक्टूबर (भाषा) पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर बृहस्पतिवार को दुख जताया और कहा कि वह सत्ता में बैठे लोगों के सामने सच बोलने का साहस रखते थे।

सिंह ने टाटा समूह के प्रमुख एन चंद्रशेखरन को पत्र लिखकर संवेदना प्रकट की।

टाटा समूह के पूर्व प्रमुख रतन टाटा ने बुधवार रात मुंबई में अंतिम सांस ली। वह 86 वर्ष के थे।

मनमोहन सिंह ने पत्र में कहा, ‘‘भारतीय उद्योग जगत के दिग्गज रतन टाटा जी के निधन से गहरा दुख हुआ। वह कारोबार जगत के एक आदर्श व्यक्तित्व से कहीं अधिक थे। उनकी दूरदर्शिता और मानवता उनके जीवन के दौरान स्थापित और पोषित कई परमार्थ कार्यों में दिखी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘उनमें सत्ता में बैठे लोगों से सच बोलने का साहस था। मेरे पास कई मौकों पर उनके साथ बहुत करीब से काम करने की सुखद यादें हैं।’’

पूर्व प्रधानमंत्री का कहना था, ‘‘मैं इस दुखद घड़ी में अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। उनकी आत्मा को शांति मिले।’’

भाषा हक

हक नरेश

नरेश

 

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