कोलकाता, एक दिसंबर (भाषा) बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में रविवार को पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में कई संगठनों ने रैलियां निकालीं और पड़ोसी देश में हिंदू नेता चिन्मय कृष्ण दास की तत्काल रिहाई की मांग की।
दिन में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक अग्निमित्रा पॉल ने अपने आसनसोल दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के बर्नपुर में ‘आसनसोल इस्कॉन’ की ओर से आयोजित जुलूस में हिस्सा लिया। वहीं, शनिवार रात एक ‘सनातनी हिंदू’ संगठन ने शहर के दक्षिणी हिस्से में यादवपुर इलाके के गांगुली बागान से 8बी बस स्टैंड तक एक रैली निकाली।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर बांग्लादेश सरकार द्वारा गिरफ्तार हिंदू नेता चिन्मय कृष्ण दास को तुरंत रिहा नहीं किया गया तो पूरे बंगाल में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन होंगे। कई देशों में ईसाई जैसे अल्पसंख्यक समुदायों के कथित उत्पीड़न के खिलाफ रैलियां हुईं और मानवाधिकार समूहों ने उनका मुद्दा उठाया। बांग्लादेश में हिंदुओं के उत्पीड़न को क्यों अनदेखा किया जाता है? हिंदू बड़ी संख्या में आगे आएंगे और विरोध प्रदर्शन होंगे।’’
इस बीच, एक स्थानीय भाजपा नेता ने बताया कि पड़ोसी देश में अल्पसंख्यकों पर हमलों के खिलाफ पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर पेट्रापोल में दो दिसंबर को भाजपा के प्रस्तावित प्रदर्शन की तैयारियां की जा रही हैं, जिसमें भारी भीड़ जुटने की उम्मीद है।
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने पहले कहा था कि दो दिसंबर को विरोध प्रदर्शन के दौरान, सीमा पर पड़ोसी देश के साथ सभी व्यापारिक गतिविधियां रुक जाएंगी। उन्होंने यह भी कहा था कि अगर दास को बिना शर्त रिहा नहीं किया गया तो प्रदर्शन जारी रह सकता है।
भाषा सुभाष अमित
अमित
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)