नयी दिल्ली, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बड़े भाई अग्रसेन गहलोत धनशोधन के एक मामले में पूछताछ के लिए सोमवार को यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष फिर से पेश हुए। उनके तथा अन्य लोगों के खिलाफ उर्वरक के निर्यात में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में मामला दर्ज किया गया था।
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ऐसा माना जाता है कि धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत उनका बयान दर्ज किया गया।
अग्रसेन गहलोत एक वकील के साथ सुबह करीब साढ़े 11 बजे ईडी के समक्ष पेश हुए और करीब आठ घंटे बाद वहां से रवाना हुए। इससे पहले वह एजेंसी के समक्ष अपना बयान दर्ज कराने के लिए 27 सितंबर को पेश हुए थे। वह इससे पहले भी एक बार ईडी के समक्ष पेश हो चुके हैं।
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ईडी ने 2007-09 के आबकारी विभाग के एक मामले के आधार पर पीएमएलए के तहत आपराधिक मामला दर्ज करने के बाद पिछले साल जुलाई में गहलोत तथा उनके उद्योगों पर छापा मारा था। आबकारी विभाग के मामले में ऐसा आरोप है कि किसानों के इस्तेमाल में आने वाले सब्सिडी वाले पोटैशियम क्लोराइड की खरीद और निर्यात में अनियमितताएं हुईं और इस मामले में जांच 2013 में पूरी हुई।
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