पोर्ट ब्लेयर, 20 मार्च (भाषा) चक्रवात ‘आसनी’ के प्रभाव से रविवार को बारिश और तेज हवाओं के कारण अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में आम जनजीवन प्रभावित हुआ। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
पढ़ें- चीन में एक साल बाद कोरोना से मौत के सामने आए मामले.. रोजाना के मामलों में भी इजाफा
उन्होंने बताया कि साल के पहले चक्रवाती तूफान के तेजी से द्वीप समूह की तरफ बढ़ने के मद्देनजर अंतर-द्वीपीय जहाज सेवाओं को रोक दिया गया है और मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने का अलर्ट जारी किया गया है।
पढ़ें- अस्पताल में पैदा होते ही नवजात बच्चों का बन जाएगा आधार कार्ड, जानिए पूरी प्रक्रिया और योजना
अधिकारियों के मुताबिक, एहतियात के तौर पर द्वीप समूह के विभिन्न हिस्सों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के लगभग 100 कर्मियों को तैनात किया गया है और छह राहत शिविर भी स्थापित किए गए हैं।
पढ़ें- भारत बनेगा इलेक्ट्रिक कारों के मैन्यूफैक्चरिंग का बड़ा हब.. 1.26 अरब डॉलर निवेश करेगी सुजुकी
उन्होंने बताया कि उत्तर और मध्य अंडमान में बारिश के साथ तेज हवाएं चलीं, लेकिन पोर्ट ब्लेयर में जनजीवन सामान्य रहा।
पढ़ें- हाथियों का उत्पात, पांच घरों को किया क्षतिग्रस्त.. वनकर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल ने बढ़ाई चिंता
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को जारी एक ट्विटर पोस्ट में कहा, ‘‘आज 20 मार्च 2022 को भारतीय समयानुसार सुबह साढ़े पांच बजे दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर बना कल का कम दबाव वाला क्षेत्र न्यूनतम दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील हो गया। अगले 24 घंटों के दौरान इसके और अधिक गहन न्यूनतम दबाव वाले क्षेत्र में बदलने की आशंका है।’’ मौसम विज्ञानियों के अनुसार, चक्रवाती तूफान के बांग्लादेश और म्यांमा के तटों की तरफ बढ़ने के भी आसार हैं।
शांति समझौते के बाद बोडोलैंड ने विकास की नई लहर…
2 hours ago