नई दिल्लीः Rahul Gandhi Speech in Lok Sabha लोकसभा में संविधान पर चर्चा का शनिवार को दूसरा दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संविधान पर चर्चा के लिए आज लोकसभा में हिस्सा लेंगे। इससे पहले लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष में अपनी बात रखी। उन्होंने कई मु्द्दों को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि मेरे पिछले कुछ भाषणों में मैंने अभय मुद्रा पर बात की है। निर्भयता की बात की है। लोग संविधान को दुनिया में सबसे लंबा लिखित दस्तावेज कहते हैं। यह हमारे देश की धारणा का एक दस्तावेज है। जब हम संविधान को खोलते हैं, तब हम अंबेडकर, गांधी, नेहरू के विचारों को सुनते हैं। यह विचार आते कहां से हैं। ये हमारी पुरातन संस्कृति और सभ्यता से आते हैं। ये शिव, गुरुनानक, बुद्ध, कबीर से आते हैं।
Rahul Gandhi Speech in Lok Sabha राहुल ने कहा कि भारत के संविधान के बारे में सबसे बुरी बात यह है कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है। यह आपके नेता ने कहा था। जिसकी आप पूजा करते हैं। ये सावरकर के शब्द हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि आप अपने नेताओं के शब्दों के साथ खड़े होते हैं। जब आप संविधान पर संसद में बात करते हैं तो आप सावरकर को निराश करते हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि जब मैं छोटा था, दिल्ली के चारों ओर जंगल हुआ करता था। जो आज यहां रहते हैं, उन्हें ताज्जुब होगा कि एम्स के बिलकुल बगल से जंगल शुरू होता था। वैसे ही जंगल में हजारों साल पहले 6-7 साल का बच्चा 4 बजे उठकर तपस्या करता था। सुबह वो धनुष उठाकर चलाता था। घंटों और सालों उसने तपस्या की। आस-पास लोगों को पता चलने लगा कि लड़का है। वो लड़का एकलव्य था, वो अपने गुरू के पास गया। उसने कहा कि गुरु द्रोणाचार्य जी मैं सालों से धनुष चलाना सीख रहा हूं। मैंने अपनी शक्ति इसमें डाली है। आप मेरे गुरु बनिए। द्रोणाचार्य जी ने एकलव्य को कहा कि आप ऊंची जाति के नहीं हो। आप ऊंची जाति के नहीं हो। मैं आपका गुरु नहीं बनूंगा, आप यहां से चले जाइए।
राहुल गांधी ने कहा- एकलव्य चला गया और उसने फिर से तपस्या शुरू की। कुछ साल बाद द्रोण और पांडव उसी जंगल से निकले। एक कुत्ता भौंक रहा था, कहानी आपने सुनी है, सुना देता हूं। अचानक कुत्ते की आवाज शांत हो गई। द्रोणाचार्य और पांडव गए और उन्होंने देखा कि तीरों के जाल में कुत्ता फंसा हुआ था। मुंह में तीर था, शांत था कुत्ता मगर कुत्ते को चोट नहीं लगी। एकलव्य ने अहिंसा के साथ कुत्ते को शांत किया था। द्रोण ने पूछा किसने सिखाया। उसने जवाब दिया कि मैंने तपस्या की है। आफने मुझे गुरु बनने से मना किया था तो मैंने आपकी मिट्टी की मूर्ति सामने रखी और प्रैक्टिस करके सीखा। द्रोण खुश नहीं हुए। उन्होंने कहा- तुम्हें मुझे गुरु दक्षिणा देनी है। मुझे तुम्हारा हुनर, भविष्य , तुम्हारा अंगूठा चाहिए। एकलव्य ने अंगूठा काटकर दे दिया।
राहुल गांधी ने लोकसभा में किस मुद्दे पर अपनी बात रखी?
राहुल गांधी ने संविधान की रक्षा, जातिगत जनगणना जैसे मुद्दों पर अपनी बात रखी। उन्होंने यूपी सरकार पर आरोप लगाया कि उसने पीड़िता के परिवार के साथ अन्याय किया है।
राहुल गांधी ने कहा कि उनकी सरकार आने पर जातिगत जनगणना को लागू किया जाएगा और 50 फीसदी रिजर्वेशन की दीवार को तोड़ा जाएगा।
राहुल गांधी ने इस कहानी के जरिए जातिवाद के मुद्दे को उठाया और बताया कि कैसे एकलव्य को सिर्फ उसकी जाति के कारण शिक्षा से वंचित किया गया।
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि यूपी सरकार ने हाथरस कांड में अपराधियों को सजा देने के बजाय पीड़िता के परिवार को धमकाया और उनका रीलोकेशन का वादा किया था, जिसे पूरा नहीं किया गया।
हां, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को संविधान पर चर्चा में हिस्सा लेंगे और अपनी बात रखेंगे।