रायपुर: CG Liquor Scam प्रदेश की सियासी गलियारों में खलबली मची हुई है। छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में फंसे पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहा है। शराब घोटाले के मामले में पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा आज ED के समक्ष पेश होने वाले हैं। लेकिन इससे पहले लखमा का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि सरकार फंसाने और परेशान करने के लिए छापा मरवा रही है।
CG Liquor Scam अपने बयान में लखमा ने कहा कि विधानसभा में बस्तर की आवाज उठाई है, इसलिए सरकार मुझे फंसाने और परेशान करने के लिए छापा मरवा रही है। मैं जब तक जिंदा रहूंगा बस्तर की आवाज उठाता रहूंगा। लखमा ने आगे कहा कि बस्तर की जनता मेरे बारे में सब जानती है। उन्होंने कहा कि मैं 25 साल से एमएलए हूं, मेरे पास 6 एकड़ जमीन है। मेरी लड़ाई व्यक्तिगत नही राजनीतिक है।
लखमा ने कहा कि राजनीति के कारण मुझे फसाने का काम किया जा रहा है। मैं कानून का पूरा साथ दूंगा। कोरोना के समय रामायण देख रहा था। मैं कवासी लखमा अनपढ़ आदमी हूं। गरीब और निर्दोष आदमी हूं जो भी परेशान करेगा, ऊपर वाला उसको भी नहीं छोड़ेगा। विधानसभा का कागजात और मोबाइल जब्त किया है। नगद पैसा फूटी कौड़ी नहीं मिला है। आरोप कुछ भी लगा सकते हैं सच्चाई छुप नहीं सकती। कानून जो करेगा उसका सम्मान करेंगे उसके बाहर नहीं जाऊंगा।
दरअसल, ईडी ने छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत 28 दिसंबर को छत्तीसगढ़ के रायपुर, धमतरी और सुकमा जिलों में स्थित सात परिसरों में तलाशी अभियान चलाया था। तलाशी अभियान के दौरान ईडी ने घोटाले की प्रासंगिक अवधि के दौरान कवासी लखमा द्वारा नकद में पीओसी के उपयोग से संबंधित सबूत जुटाया था। इसके अलावा तलाशी में कई डिजिटल डिवाइस बरामद और जब्त की गईं। ईडी ने एक्स पर इसकी जानकारी दी है।
कवासी लखमा पर आरोप है कि उन्होंने छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में शामिल होकर धन शोधन किया। ईडी ने उनके खिलाफ कई तलाशी अभियान चलाए हैं और घोटाले के दौरान उनके द्वारा नकद में पीओसी के उपयोग से संबंधित सबूत जुटाए हैं।
ईडी ने 28 दिसंबर को छत्तीसगढ़ के रायपुर, धमतरी और सुकमा जिलों में स्थित सात परिसरों में तलाशी अभियान चलाया था और वहां से कई डिजिटल डिवाइस भी बरामद कीं।
कवासी लखमा ने कहा कि शराब घोटाले में उनकी भूमिका के आरोप राजनीति से प्रेरित हैं और वे बस्तर की आवाज उठाते रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वह कानून का पूरा समर्थन करेंगे और सच्चाई छुप नहीं सकती।
ईडी द्वारा की गई तलाशी में घोटाले के दौरान नकद लेन-देन और कुछ डिजिटल डिवाइस से संबंधित महत्वपूर्ण सबूत मिले हैं, जो कवासी लखमा के खिलाफ मामले को मजबूत कर सकते हैं।
ईडी ने कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा को समन भेजकर उनसे पूछताछ के लिए तलब किया है। इसके अलावा, तलाशी अभियान के दौरान कई दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस जब्त किए गए हैं, जो जांच का हिस्सा बने हुए हैं।