पंजाब में पराली जलाने के सबसे ज्यादा 1,251 मामले सामने आए; कुल संख्या 9,655 तक पहुंची |

पंजाब में पराली जलाने के सबसे ज्यादा 1,251 मामले सामने आए; कुल संख्या 9,655 तक पहुंची

पंजाब में पराली जलाने के सबसे ज्यादा 1,251 मामले सामने आए; कुल संख्या 9,655 तक पहुंची

:   Modified Date:  November 18, 2024 / 06:48 PM IST, Published Date : November 18, 2024/6:48 pm IST

चंडीगढ़, 18 नवंबर (भाषा) पंजाब रिमोट सेंसिंग सेंटर के आंकड़ों से पता चला है कि सोमवार को पंजाब में खेतों में पराली जलाने के 1,251 नए मामले सामने आए, जो इस मौसम में एक दिन में सबसे ज्यादा हैं। इसके साथ ही राज्य में ऐसे कुल मामलों की संख्या 9,655 हो गई है।

आठ नवंबर को, पंजाब में खेतों में पराली जलाने की 730 घटनाएं सामने आईं, जो सोमवार तक इस मौसम में एक दिन में सबसे ज्यादा थीं।

आंकड़ों के अनुसार सोमवार को मुक्तसर जिले में पराली जलाने की 247 घटनाएं दर्ज की गईं, जो राज्य में सबसे अधिक है, इसके बाद मोगा (149), फिरोजपुर (130), बठिंडा (129), फाजिल्का (94) और फरीदकोट (88) का स्थान है।

आंकड़ों के अनुसार, 2022 और 2023 में इसी दिन राज्य में पराली जलाने के क्रमशः 701 और 637 मामले दर्ज किए गए। 15 सितंबर से 18 नवंबर तक, पंजाब में पराली जलाने के 9,655 मामले आए, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में दर्ज आंकड़ों की तुलना में लगभग 71 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई।

पंजाब में 2022 और 2023 में इसी अवधि के दौरान पराली जलाने के क्रमशः 48,489 और 33,719 मामले आए।

अक्टूबर-नवंबर में धान की कटाई के बाद दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में वायु प्रदूषण बढ़ने के लिए अक्सर पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने को जिम्मेदार ठहराया जाता है।

चूंकि धान की कटाई के बाद रबी की फसल गेहूं बोने के लिए समय बहुत कम होता है, इसलिए कुछ किसान नयी फसल की बुवाई के लिए फसल अवशेषों को जल्दी से साफ करने के लिए अपने खेतों में आग लगा देते हैं।

आंकड़ों से पता चला है कि पंजाब में 2023 में पराली जलाने के कुल 36,663 मामले दर्ज किए गए, जो पिछले साल की तुलना में 26 फीसदी की कमी है।

भाषा आशीष रंजन

रंजन

 

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