चंडीगढ़ः मोदी सरकार के तीन नए कृषि कानून के खिलाफ किसानों का आंदोलन पिछले 58 दिनों से लगातार जारी है। पंजाब, हरियाणा, छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों के किसानों का जत्था देश की राजधानी दिल्ली की सीमा पर डटे हुए हैं। वहीं, दूसरी ओर सरकार और किसानों के बीच 11वें दौर की बैठक हो चुकी है, लेकिन अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। इन सब के बीच पंजाब सरकार ने आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के लिए बड़ी घोषणा की है।
पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को कहा है कि मुझे रिपोर्ट मिली है कि तीन कृषि कानूनों के विरोध में 76 किसानों का निधन हो चुका है। आज, मैं घोषणा करता हूं कि हम पंजाब के एक परिवार के सदस्य को नौकरी देंगे, जो दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन में मर जाते हैं।
ज्ञात हो कि आज भी सरकार और किसान संगठनों के बीच बैठक हुई, लेकिन कोई हल नहीं निकल पाया। बैठक के दौरान कृषि मंत्री ने कहा कि नए कृषि कानूनों में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं है। कानूनों को 18 महीने तक टालने के अलावा इससे बेहतर विकल्प और कुछ नहीं दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमने अपनी तरफ से बेहतर प्रस्ताव दिया था, अगर किसानों के पास इससे अच्छा कोई प्रस्ताव है तो उसे लेकर आएं।
सरकार की तरफ से कहा गया कि 1.5 साल की जगह 2 साल तक कृषि क़ानूनों को स्थगित करके चर्चा की जा सकती है। उन्होंने कहा अगर इस प्रस्ताव पर किसान तैयार हैं तो कल फिर से बात की जा सकती है, कोई अन्य प्रस्ताव सरकार ने नहीं दिया।
I have received report that 76 farmers have passed away during the protest against three farm laws. Today, I announce that we’ll provide govt job to one family member of those from Punjab who die in agitation at Delhi borders: Punjab CM Captain Amarinder Singh pic.twitter.com/6JYpSDkZnY
— ANI (@ANI) January 22, 2021
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