PSLV-C59 PROBA-3 Mission

PSLV-C59 PROBA-3 Mission: ऐन मौके पर इसरो ने टाली ‘प्रोबा-3’ की लॉन्चिंग, सामने आई ये बड़ी वजह, जानें अब कब होगा लॉन्च

PSLV-C59 PROBA-3 Mission: ऐन मौके पर इसरो ने टाली ‘प्रोबा-3’ की लॉन्चिंग, सामने आई ये बड़ी वजह, जानें अब कब होगा लॉन्च

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Modified Date: December 4, 2024 / 07:37 PM IST
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Published Date: December 4, 2024 7:36 pm IST

PSLV-C59 PROBA-3 Mission: अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में भारत एक नई उपलब्धि हासिल करने वाला है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का पीएसएलवी-सी59 रॉकेट, यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) के ‘प्रोबा-3’ स्पेसक्राफ्ट को लेकर उड़ान भरेग। जानकारी के अनुसार,  ISRO ने लॉन्च के लिए पहले 4 दिसंबर 2024 की शाम 4.08 बजे का समय तय किया था, लेकिन प्रोबा-3 अंतरिक्ष यान में पाई गई विसंगति के कारण भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के समर्पित वाणिज्यिक मिशन के तहत यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) के प्रोबा-3 अंतरिक्ष यान कल शाम यानी 5 दिसंबर को 4.12 बजे प्रक्षेपित कर दिया जाएगा। यह प्रक्षेपण एक प्रौद्योगिकी प्रदर्शन मिशन होगा, जिसे न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड की तरफ से किया जाएगा।

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बता दें कि, इसरो का ये PROBA-3 मिशन सूर्य के कोरोना का अध्ययन करेगा। सूर्य के परिमंडल की सबसे बाहरी और सबसे गर्म परत का अध्ययन करेगा। ISRO इससे पहले भी दो प्रोबा मिशन सफल लॉन्च कर चुका है। प्रोबा-3 में दो उपग्रह शामिल हैं जो एक साथ जुड़े हुए हैं। दोनों एक साथ उड़ान भरेंगे, जो कि सूर्य के बाहरी वातावरण के अध्ययन के लिए हर छोटी से छोटी जानकारी पृथ्वी पर भेजेंगे। मालूम हो कि दो उपग्रह वाला यह पहला यान है जो कल उड़ान भरने वाला है।

क्या है प्रोबा-3 मिशन

Proba-3, ESA का सोलर मिशन है। इसके दो पूर्ववर्ती मिशनों- Proba-1 और Proba-2 को भी इसरो ने ही लॉन्च किया था। प्रोबा-3 के लॉन्च को ISRO ने ‘भारत की अंतरिक्ष यात्रा में मील का एक गौरवशाली पत्थर’ बताया है। इसरो की वाणिज्यिक शाखा न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड क्लाइंट’ वाहनों का लॉन्च करेगी. NSIL ने अपने नवीनतम प्रक्षेपण के लिए ईएसए से ‘ऑर्डर’ हासिल किया है, जो एक ‘प्रौद्योगिकी प्रदर्शन’ मिशन होगा।

PSLV-C59 PROBA-3 Mission: अंतरिक्ष में एक बड़ी कठोर संरचना की नकल करते हुए, दो उपग्रहों को करीब से उड़ाने के द्वारा, मिशन का उद्देश्य उन्नत संरचना उड़ान और मिलन तकनीक का प्रदर्शन करना है। ईएसए ने बताया, “दोनों उपग्रह एक साथ उड़ान भरेंगे, जैसे कि वे अंतरिक्ष में एक बड़ी कठोर संरचना हों, जो संरचना उड़ान और मिलन तकनीक को साबित करते हैं।” मालूम हो कि, इसरो ने X पर एक पोस्ट में जानकारी दी, ‘प्रोबा-3 अंतरिक्ष यान में पाई गई विसंगति के कारण पीएसएलवी-सी59/प्रोबा-3 का प्रक्षेपण कल 16:12 बजे पुनर्निर्धारित किया गया।’