दिल्ली में ओवैसी के आवास के बाहर इजरायल समर्थक पोस्टर चिपकाए गए, काली स्याही फेंकी |

दिल्ली में ओवैसी के आवास के बाहर इजरायल समर्थक पोस्टर चिपकाए गए, काली स्याही फेंकी

दिल्ली में ओवैसी के आवास के बाहर इजरायल समर्थक पोस्टर चिपकाए गए, काली स्याही फेंकी

:   Modified Date:  June 28, 2024 / 12:09 AM IST, Published Date : June 28, 2024/12:09 am IST

नयी दिल्ली, 27 जून (भाषा) पांच लोगों के एक समूह ने बृहस्पतिवार शाम दिल्ली में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के आवास के बाहर पोस्टर चिपकाए जिसमें उन्हें लोकसभा से निलंबित करने की मांग की गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

एक पुलिस अधिकारी के अनुसार चार से पांच लोग मध्य दिल्ली में 34 अशोक रोड स्थित ओवैसी के आवास पर पहुंचे और रात करीब नौ बजे आवास के प्रवेश द्वार और दीवार पर तीन पोस्टर चिपका दिए।

पोस्टरों पर ‘भारत माता की जय’, ‘मैं इजरायल के साथ हूं’ और ‘ओवैसी को निलंबित किया जाना चाहिए’ जैसे नारे लिखे हुए थे।

घटना का एक कथित वीडियो इंटरनेट पर सामने आया है जिसमें एक उपद्रवी ने कहा कि देश के युवाओं को उस नेता के खिलाफ एकजुट होना चाहिए जो ‘भारत माता की जय’ नहीं बोलता।

हालांकि, दिल्ली पुलिस मौके पर पहुंची और पोस्टर हटा दिए। एक अधिकारी ने बताया कि पोस्टर लगाने वाले लोग तब तक वहां से जा चुके थे।

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि वे लोगों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ओवैसी द्वारा मंगलवार को लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेते समय ‘‘जय फलस्तीन’’ कहे जाने पर अन्य सांसदों ने आपत्ति जताई थी।

ओवैसी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘कुछ ‘अज्ञात बदमाशों’ ने आज मेरे घर पर काली स्याही से हमला किया। अब मैं गिनती ही भूल गया हूं कि मेरे दिल्ली स्थित आवास को कितनी बार निशाना बनाया गया। जब मैंने दिल्ली पुलिस के अधिकारियों से पूछा कि उनकी नाक के नीचे यह सब कैसे हो रहा है तो वे बेबस बनकर खड़े रहे।’’

ओवैसी ने अपनी पोस्ट में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को ‘टैग’ करते हुए कहा, ‘‘आपके होते हुए ऐसा हो रहा है। कृपया हमें बताएं कि सांसदों की सुरक्षा की गारंटी होगी या नहीं।’’

उन्होंने आगे लिखा, ‘‘मेरे घर को निशाना बनाने वाले दो कौड़ी के गुंडों से कहना चाहता हूं: इससे मुझे डर नहीं लगता। सावरकर जैसी कायरतापूर्ण हरकतें बंद करो और मेरा सामना करने के लिए हिम्मत जुटाओ। स्याही फेंकने या पत्थर फेंकने के बाद भाग मत जाना’’

भाषा

खारी प्रशांत

प्रशांत

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)