Priyanka Gandhi targeted Modi government by tweeting : नई दिल्ली। सदन का शीतकालीन सत्र जारी है। आज सत्र का 14वां दिन है। टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी द्वारा उपराष्ट्रपति की नकल करने पर बवाल मचा हुआ है। सत्ता पक्ष लगातार विपक्ष और राहुल गांधी पर आरोप लगाते जा रहा है। वहीं राज्यसभा में गुरुवार, 21 दिसंबर को टेलीकम्युनिकेशन बिल 2023 पास हो गया। इस बिल को लोकसभा में 20 दिसंबर को पास किया गया था। अब इसे राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए भेज जाएगा। राष्ट्रपति से मंजूरी मिलने के बाद यह बिल कानून बन जाएगा।
Priyanka Gandhi targeted Modi government by tweeting : सदन से अब तक विपक्ष के 143 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। जिसके बाद सभी निलंबित सांसदों ने मोदी सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। I.N.D.I.A के सांसदों को निलंबित किए जाने के खिलाफ कांग्रेस ने 22 दिसंबर को सुबह 11 बजे जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने का फैसला किया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी संबोधित करेंगे।
इस बीच कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर केंद्र सरकार निशाना साधा है। उन्होंने लिखा है कि, जरा सोचिए कि मणिपुर हिंसा में मारे गए लोगों को आठ महीने बाद जाकर दाह संस्कार नसीब हुआ। मणिपुर को लेकर जब संसद में सवाल पूछे गए तो सरकार ने जिम्मेदारी लेने की जगह अनर्गल जवाब दिए। अब तो वह संसद भी सुरक्षित नहीं रही, जिसमें प्रधानमंत्री खुद बैठते हैं, लेकिन सवाल पूछने पर करीब 150 सांसदों को बर्खास्त कर दिया गया। भाजपा के राज में संसद, सरहद, सड़क, समाज कुछ भी सुरक्षित नहीं है।
जरा सोचिए कि मणिपुर हिंसा में मारे गए लोगों को आठ महीने बाद जाकर दाह संस्कार नसीब हुआ। मणिपुर को लेकर जब संसद में सवाल पूछे गए तो सरकार ने जिम्मेदारी लेने की जगह अनर्गल जवाब दिए।
अब तो वह संसद भी सुरक्षित नहीं रही, जिसमें प्रधानमंत्री खुद बैठते हैं, लेकिन सवाल पूछने पर करीब 150… pic.twitter.com/JEG49NERtt
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 21, 2023
बता दें कि 20 दिसंबर को लोकसभा से 2 और सांसदों को निलंबित किया गया था। अब तक 143 सांसद निलंबित किए जा चुके हैं। इनमें 109 लोकसभा और 34 राज्यसभा के हैं। इन सांसदों के संसद में दाखिल होने पर रोक है। 20 दिसंबर की कार्यवाही में लोकसभा में विपक्ष के 98 सांसदों और राज्यसभा में 94 सांसदों ने भाग लिया। विपक्ष का आरोप है कि सांसदों को सस्पेंड करके भाजपा सभी बिल बिना बहस के पास कराना चाहती है। संसद के शीतकालीन सत्र के सिर्फ दो बचे हैं। 4 दिसंबर से शुरू हुए सत्र के अंतिम दिन की कार्यवाही 22 दिसंबर को होगी।