प्रियंका गांधी ने आईएमपीसीएल के ‘निजीकरण योजना’ को लेकर सरकार की आलोचना की |

प्रियंका गांधी ने आईएमपीसीएल के ‘निजीकरण योजना’ को लेकर सरकार की आलोचना की

प्रियंका गांधी ने आईएमपीसीएल के ‘निजीकरण योजना’ को लेकर सरकार की आलोचना की

:   Modified Date:  October 6, 2024 / 03:32 PM IST, Published Date : October 6, 2024/3:32 pm IST

नयी दिल्ली, छह अक्टूबर (भाषा) कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा ने ‘इंडियन मेडिसिंस फार्मास्यूटिकल कॉर्पोरेशन लिमिटेड’ (आईएमपीसीएल) के निजीकरण की कथित योजनाओं को लेकर रविवार को नरेन्द्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि इसका मकसद ‘‘चुनिंदा मित्रों की तिजोरियां भरने’’ के अलावा और क्या हो सकता है।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा की ये टिप्पणी इन खबरों के बीच आयी है कि सरकार की दवा कंपनी के विनिवेश योजना है जिससे कई स्थानीय निवासियों के बीच चिंता पैदा हो गयी है जिनकी आजीविका इससे प्रभावित हो सकती है।

प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मुनाफे में चल रही मिनी रत्न दवा कंपनी को बेचने के पीछे सरकार की मंशा क्या है?’’

उन्होंने पोस्ट में लिखा, ‘‘अल्मोड़ा, उत्तराखंड के मोहान में स्थित इंडियन मेडिसिंस फार्मास्यूटिकल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईएमपीसीएल) को 1978 में केंद्र और राज्य सरकारों ने मिलकर स्थापित किया था। यह आयुर्वेद और यूनानी दवाओं का प्रमुख कारखाना है जो देश भर में और विदेशों में भी दवाओं की आपूर्ति करता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘पिछले साल इसे 18 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ और 6 करोड़ का लाभांश सरकार को देने की तैयारी है।’’

उन्होंने कहा कि इस इकाई में 500 से ज्यादा कर्मचारी हैं और हजारों छोटे किसान अपनी छोटी-छोटी उपज और कच्चे माल की आपूर्ति करते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘मुनाफे में चल रहे दवा कारखाने को बेचने की योजना, आयुर्वेद और आयुष को बढ़ावा देने के पाखंड की सच्चाई को उजागर कर रही है। देश की बेशकीमती संपत्तियां चुनिंदा मित्रों को सौंपकर उनकी तिजोरी भरने के अलावा इसका क्या मकसद हो सकता है?’’

भाषा गोला अमित

अमित

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)