हैदराबाद: जिस शुभ घड़ी का देश को लंबे समय से इंतजार था, वह आखिरकार आ गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुभ मुहूर्त में अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखी। इस मौके पर पूरे देश में हर्ष का माहौल है। लेकिन दूसरी ओर राम मंदिर की आधारशिला रखे जाने से कई मुसलिम संगठन बौखलाए हुए हैं। ऐसी बौखलाहट एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी के अंदर देखने को मिला है। उन्होंने मीडिया के सामने अपनी भड़ास निकाली है।
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मीडिया से बात करते हुए ओवैसी ने कहा है कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है। प्रधानमंत्री ने राममंदिर की आधारशिला रखकर कार्यालय की शपथ का उल्लंघन किया है। यह लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता की हार और हिंदुत्व की सफलता का दिन है।
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उन्होंने आगे कहा है कि प्रधानमंत्री ने आज कहा कि वह भावुक थे। मैं कहना चाहता हूं कि मैं भी उतना ही भावुक हूं क्योंकि मैं सह-अस्तित्व और नागरिकता की समानता में विश्वास करता हूं। प्रधानमंत्री, मैं भावुक हूं क्योंकि एक मस्जिद 450 वर्षों से वहां खड़ी थी।
The Prime Minister today said he was emotional. I want to say that I am also equally emotional because I believe in coexistence and equality of citizenship. Mr Prime Minister, I am emotional because a mosque stood there for 450 years: AIMIM chief Asaduddin Owaisi https://t.co/2nUjt9IKCk
— ANI (@ANI) August 5, 2020
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वहीं, अपने एक ट्वीट में ओवैसी ने बाबरी मस्जिद और कार सेवकों द्वारा विवादित ढांचे को गिराते हुए तस्वीर शेयर की है। साथ ही उन्होंने लिखा है कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद थी और रहेगी!
#BabriMasjid thi, hai aur rahegi inshallah #BabriZindaHai pic.twitter.com/RIhWyUjcYT
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 5, 2020