राष्ट्रपति मुर्मू तीन अफ्रीकी देशों का दौरा करेंगी |

राष्ट्रपति मुर्मू तीन अफ्रीकी देशों का दौरा करेंगी

राष्ट्रपति मुर्मू तीन अफ्रीकी देशों का दौरा करेंगी

:   Modified Date:  October 9, 2024 / 05:47 PM IST, Published Date : October 9, 2024/5:47 pm IST

(तस्वीर के साथ)

नयी दिल्ली, नौ अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 13 अक्टूबर से तीन अफ्रीकी देशों – अल्जीरिया, मॉरिटानिया और मलावी की राजकीय यात्रा पर जाएंगी, जो भारत-अफ्रीका के बीच “बढ़ती साझेदारी” का प्रतिबिंब है। विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी।

विदेश मंत्रालय में सचिव (आर्थिक संबंध) दामू रवि ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अफ्रीकी संघ के पिछले वर्ष भारत की अध्यक्षता में जी-20 शिखर सम्मेलन में समूह का सदस्य बनने के बाद राष्ट्रपति की यह यात्रा हो रही है।

उन्होंने कहा, “इस यात्रा को अफ्रीका महाद्वीप के संदर्भ में देखा जाना चाहिए तथा यह भी कि भारत किस प्रकार अफ्रीका के साथ जुड़ना चाहता है तथा उसके साथ मजबूत साझेदारी करना चाहता है। यह भारत-अफ्रीका के बीच बढ़ती साझेदारी का प्रतिबिंब है।”

रवि ने कहा कि अफ्रीकी संघ में 54 देश शामिल हैं और यह “ग्लोबल साउथ का मूल” है। ‘ग्लोबल साउथ’ शब्द का इस्तेमाल आम तौर पर आर्थिक रूप से कम विकसित देशों को संदर्भित करने के लिए किया जाता है।

राष्ट्रपति मुर्मू की तीन देशों की यात्रा का पहला चरण अल्जीरिया से शुरू होगा, फिर वह मॉरिटानिया और मलावी जाएंगी।

विदेश मंत्रालय में सचिव (सीपीवी एवं ओआईए) अरुण कुमार चटर्जी ने कहा कि राष्ट्रपति मुर्मू अल्जीरियाई राष्ट्रपति अब्देल मजीद तब्बौन के निमंत्रण पर 13 से 15 अक्टूबर तक अल्जीरिया का दौरा करेंगी।

उन्होंने कहा, “यह भारत के राष्ट्रपति की अल्जीरिया की पहली यात्रा होगी तथा 39 वर्षों के बाद किसी राष्ट्राध्यक्ष या सरकार प्रमुख के स्तर पर पहली यात्रा होगी। साथ ही, यह यात्रा राष्ट्रपति तब्बौन द्वारा दूसरे कार्यकाल के लिए पद संभालने के एक महीने के भीतर होगी।”

चटर्जी ने कहा कि भारत और अल्जीरिया के बीच “बहुत मजबूत मैत्रीपूर्ण संबंध” हैं तथा द्विपक्षीय संबंध “गर्मजोशी भरे और सौहार्दपूर्ण” रहे हैं।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रपति की यात्रा का अगला चरण मॉरिटानिया में होगा जहां वह भारतीय समुदाय के सदस्यों से बातचीत करेंगी और चार समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।

रवि ने कहा कि वह 17 अक्टूबर को मलावी पहुंचेंगी। तीन देशों की यह यात्रा अफ्रीका के साथ तथा इन देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को ‘गहरा और व्यापक’ बनाने का अवसर होगी।

भाषा

नोमान मनीषा

मनीषा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)