राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एकीकृत चिकित्सा सेवाओं के लिए निम्हांस की सराहना की |

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एकीकृत चिकित्सा सेवाओं के लिए निम्हांस की सराहना की

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एकीकृत चिकित्सा सेवाओं के लिए निम्हांस की सराहना की

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Modified Date: January 3, 2025 / 03:16 PM IST
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Published Date: January 3, 2025 3:16 pm IST

(तस्वीरों के साथ)

बेंगलुरु, तीन जनवरी (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को निम्हांस की एकीकृत चिकित्सा सेवाओं की सराहना की और इसे सभी के लिए एक आदर्श बताया।

उनके अनुसार, मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने में योग और आयुर्वेद का प्रयोग अनुकरणीय है।

मुर्मू ने यहां संस्थान के स्वर्ण जयंती समारोह के दौरान कहा, “निम्हांस (राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं तंत्रिका विज्ञान संस्थान) की एकीकृत चिकित्सा सेवाएं मानसिक स्वास्थ्य एवं कल्याण को बढ़ावा देने तथा मनोरोग एवं तंत्रिका संबंधी विकारों के उपचार में योग एवं आयुर्वेद के अनुप्रयोगों के परीक्षण के वास्ते सभी के लिए एक आदर्श रही हैं।”

इस अवसर पर उन्होंने निम्हांस में विशेष मनोचिकित्सा ब्लॉक, केंद्रीय प्रयोगशाला परिसर और भीमा छात्रावास का उद्घाटन किया। राष्ट्रपति ने अत्याधुनिक डायग्नोस्टिक सुविधाएं – उन्नत 3टी एमआरआई स्कैनर और डीएसए सिस्टम भी राष्ट्र को समर्पित किया।

उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रकार के ‘ध्यान’ भी नकारात्मक मानसिक शक्तियों का मुकाबला करने में उपयोगी हैं तथा उन्हें मानसिक स्वास्थ्य देखभाल प्रारूप में एकीकृत किया जा रहा है। उन्होंने पारंपरिक तरीकों के उपयोग के महत्व पर जोर दिया जो सभी के लिए लाभकारी हैं।

मुर्मू ने कहा, “हमारे धर्मग्रंथ हमें बताते हैं कि दुनिया में हम जो कुछ भी देखते हैं, उसका मूल मन ही है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आने वाले वर्षों में मानसिक स्वास्थ्य संवर्धन पर अधिक ध्यान देना और भी महत्वपूर्ण हो जाएगा।

राष्ट्रपति ने कहा कि अतीत में कुछ समाजों में मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों और चिंताओं पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया गया था। हालांकि हाल के दिनों में मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता बढ़ रही है।

उन्होंने आगे कहा कि मानसिक बीमारियों से जुड़ी अवैज्ञानिक मान्यताएं और धारणाएं अब अतीत की बात हो गई हैं, जिससे विभिन्न बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए मदद लेना आसान हो गया है।

मुर्मू ने कहा, “यह एक स्वागत योग्य विकास है, विशेष रूप से इस मोड़ पर क्योंकि दुनिया भर में विभिन्न प्रकार के मानसिक स्वास्थ्य मुद्दे महामारी का रूप ले रहे हैं। विशेष रूप से कोविड-19 महामारी ने ऐसी चिंताओं में वृद्धि की है।”

राष्ट्रपति के अनुसार, कामकाजी पेशेवर अधिक तनाव का सामना करते हैं तथा बड़ी संख्या में बुजुर्ग लोग सामाजिक चुनौतियों के कारण अकेलेपन से पीड़ित हैं।

उन्होंने कहा, “घरेलू जिम्मेदारियों और परिवार की देखभाल का बोझ उठाने वाली महिलाएं कई प्रकार की मानसिक बीमारियों की चपेट में आ जाती हैं, जिन पर आमतौर पर ध्यान नहीं दिया जाता। हालांकि, यह जानकर सचमुच खुशी होती है कि बढ़ती जागरूकता ने मरीजों के लिए अपनी समस्याएं खुलकर साझा करना संभव बना दिया है।”

भाषा प्रशांत नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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