राजकोट (गुजरात), 31 दिसंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना के टीके को लेकर भारत में सभी जरूरी तैयारियां चल रही हैं और भारत में निर्मित टीका हर घर तक पहुंचे, इसके लिए कोशिशें अंतिम चरण में है।
Read More News: सीएम भूपेश बघेल के आश्वासन के बाद विद्या मितानों ने खत्म किया हड़ताल, पिछले 65 दिनों से लगातार जारी था प्रदर्शन
प्रधानमंत्री ने यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की आधारशिला रखने के बाद उम्मीद जताई कि जिस प्रकार कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश ने एकजुटता दिखाई उसी प्रकार टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए भी पूरा भारत एकजुटता से आगे बढ़ेगा।
वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आयोजित इस समारोह में गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन भी उपस्थित थे।
उन्होंने कहा, ‘‘साल 2020 में संक्रमण की निराशा थी, चिंताएं थी, चारों तरफ सवालिया निशान थे। लेकिन 2021 इलाज की आशा लेकर आ रहा है। वैक्सीन को लेकर भारत में हर जरूरी तैयारियां चल रही हैं। भारत में बना टीका तेजी से हर जरूरी घर तक पहुंचे, इसके लिए कोशिशें अंतिम चरणों में है।’’
Read More News: उत्तर भारत में शीत लहर के साथ पड़ रही कड़ाके की ठंड, कई क्षेत्रों में छाया घना कोहरा
उन्होंने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चलाने के लिए भारत की तैयारियां जोरों पर है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है बीते साल संक्रमण को रोकने के लिए हम ने जिस एकजुटता से प्रयास किए, उसी तरह टीकाकरण को सफल बनाने के लिए भी पूरा भारत एकजुटता से आगे बढ़ेगा।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में कोविड-19 के नए मामलों की संख्या कम हो रही है लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि लोग लापरवाही बरतें।
‘‘दवाई भी, कड़ाई भी’’ का मंत्र देते हुए मोदी ने कहा कि अब दवाई भी लेनी है और कड़ाई भी बरतनी है।
उन्होंने कहा, ‘‘दवाई मिल गई इसका मतलब ये नहीं की छूट मिल गई हो। ऐसा नहीं है।’’
Read More News:अकालग्रस्त होगी धरती, भूकंप से मचेगी तबाही, धरती से टकराएगा धूमकेतु, जानिए 2021 को लेकर क्या कहती है नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने एकजुटता के साथ उचित समय पर प्रभावी कदम उठाए और उसी का परिणाम है कि आज कोरोना के खलाफ लड़ाई में देश बहुत बेहतर स्थिति में हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘जिस देश में 130 करोड़ से ज्यादा लोग हों, घनी आबादी हों। वहां करीब एक करोड़ लोग इस बीमारी से लड़कर जीत चुके हैं।’’
उन्होंने कहा कि मुश्किल भरे इस साल ने दिखाया है कि भारत जब एकजुट होता है तो मुश्किल से मुश्किल संकट का सामना भी वह प्रभावी तरीके से कर सकता है।
मोदी ने कहा कि साल 2020 को राजकोट एम्स जैसी एक नई स्वास्थ्य सुविधा के साथ विदाई देना इस साल की चुनौती को भी बताता है और नए साल की प्राथमिकता को भी दर्शाता है।
प्रधानमंत्री ने साल के अंतिम दिन कोरोना के खिलाफ लड़ाई में योगदान देने वाले देश के लाखों चिकित्सकों, स्वास्थ्यकर्मियों, सफाई कर्मियों, दवा दुकानों में काम करने वालों, और दूसरे फ्रंट लाइन कोरोना योद्धाओं को याद किया और उन्हें नमन किया जिन्होंने इसमें प्राण न्योछावर कर दिए।