पणजी, चार अक्टूबर (भाषा) लाल सागर से अधिकतर पोत यातायात को ‘केप ऑफ गुड होप’ के माध्यम से मोड़ने से समुद्री डकैती फिर से बढ़ सकती हैं। इटली की नौसना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
इटली की नौसेना के कमांडर-इन-चीफ वाइस एडमिरल ऑरेलियो डी कैरोलिस ने गोवा के वास्को में संवाददाताओं से कहा कि भारतीय नौसेना हिंद महासागर में उत्कृष्ट कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि ईरान समर्थित विद्रोही समूह हूती के खतरे के कारण, उत्तर-पूर्वी अफ्रीका और अरब प्रायद्वीप के बीच लाल सागर के माध्यम से व्यापार का प्रवाह कम हो गया है और अधिकतर पोतों का दक्षिण अफ्रीका के ‘केप ऑफ गुड होप’ के माध्यम से मार्ग परिवर्तित कर दिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘ इससे किसी न किसी तरह से इस क्षेत्र में समुद्री डकैती की वापसी को बढ़ावा मिला है।’
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में सक्रिय भारतीय नौसेना समुद्री डकैती से निपटने में उत्कृष्ट कार्य कर रही है। उन्होंने कहा, ‘मुझे कहना होगा कि वे (भारतीय नौसेना) बेहतरीन काम कर रहे हैं। आखिरकार, यह कोई संयोग नहीं है।’
इटली के नौसेना वाहक स्ट्राइक समूह के कमांडर रियल एडमिरल जियानकार्लो सियापिना ने कहा कि वे पांच-छह अक्टूबर को गोवा तट पर अपने भारतीय समकक्ष के साथ द्विपक्षीय अभ्यास करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘यह अभ्यास तब होगा जब हम (इटली के विमानवाहक पोत) क्षेत्र से बाहर निकलेंगे।’
इटली के नौसेना अधिकारी ने कहा कि अभ्यास के लिए जगह का चयन नागरिक विमानों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सभी हवाई क्षेत्रों को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए।
रियर एडमिरल ने अभ्यास में भाग लेने वाले भारतीय नौसेना के बेड़े के बारे में जानकारी देने से इनकार कर दिया।
उन्होंने कहा, ‘मुझे जहाज का नाम पता है, लेकिन अगर उन्होंने नाम का खुलासा नहीं किया है तो मैं भी नहीं कर सकता।’
भाषा योगेश मनीषा
मनीषा
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