पेटा इंडिया ने केरल के मंदिर को मशीनीकृत हाथी दान किया |

पेटा इंडिया ने केरल के मंदिर को मशीनीकृत हाथी दान किया

पेटा इंडिया ने केरल के मंदिर को मशीनीकृत हाथी दान किया

:   Modified Date:  November 15, 2024 / 01:21 PM IST, Published Date : November 15, 2024/1:21 pm IST

कन्नूर (केरल), 15 नवंबर (भाषा) गैर-लाभकारी संगठन ‘पीपुल फॉर एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) इंडिया’ ने अभिनेत्री वेधिका के साथ मिलकर यहां एडयार श्री वडक्कुंबड शिव विष्णु मंदिर को एक मशीनीकृत हाथी दान किया है।

पेटा ने एक बयान में कहा कि ‘वडक्कुंबड शंकरनारायणन’ नाम वाले मशीनीकृत हाथी को मंदिर को दान कर दिया गया है। मंदिर में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान के लिए हाथी की जरूरत होती है और इसके लिए कभी हाथी नहीं रखने या किराये पर नहीं लेने का निर्णय नहीं लिया गया है।

बयान में कहा गया कि बाल दिवस के अवसर पर 14 नवंबर को मंदिर में बाल कलाकार श्रीपथ यान द्वारा इस मशीनीकृत हाथी का लोकार्पण किया गया।

पेटा ने कहा, ‘‘वडक्कुंबड शंकरनारायणन का उपयोग मंदिर में सुरक्षित और क्रूरता मुक्त तरीके से समारोह आयोजित करने के लिए किया जाएगा, जिससे असली हाथियों को जंगल में अपने परिवारों के साथ रहने में मदद मिलेगी।’’

बयान में कहा गया कि यह पेटा द्वारा केरल के मंदिर को दान किया जाने वाला चौथा मशीनीकृत हाथी है।

इस अवसर पर वेधिका ने कहा कि ये पहल सुनिश्चित करेगी कि मंदिर में होने वाले समारोह वास्तविक हाथियों की आवश्यकता के बिना सुरक्षित और सम्मानजनक तरीके से आयोजित किए जाएं।

पेटा के बयान के अनुसार, उन्होंने कहा, ‘‘इस परिवर्तन को अपनाकर हम इन शानदार जानवरों को उनके प्राकृतिक आवासों में उनके परिवारों के साथ स्वतंत्रतापूर्वक रहने की अनुमति देते हैं तथा अपनी परंपराओं का अनुसरण भी कर सकते हैं।’’

राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता बाल कलाकार यान ने कहा कि ‘वडक्कुंबड शंकरनारायणन’ बिल्कुल असली हाथी जैसा दिखता है और ‘‘मैं इस एतिहासिक कार्यक्रम में शिकरत करने पर काफी उत्साहित हूं।’’

बयान में एडयार श्री वडक्कुंबड शिव विष्णु मंदिर के अध्यक्ष के. नारायणन नंबूदरी के हवाले से कहा गया है कि इस मशीनीकृत हाथी के मिलने पर हमें गर्व है।

पेटा इंडिया ने अपने बयान में कहा कि ‘हेरिटेज एनिमल टास्क फोर्स’ द्वारा संकलित आंकड़ों के अनुसार, 15 वर्ष की अवधि में केरल में बंधन में रहने वाले हाथियों ने 526 लोगों की जान ले ली।

भाषा यासिर वैभव

वैभव

 

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