पतनमथिट्टा, 29 दिसंबर (भाषा) केरल के पेरिया में पांच वर्ष पहले युवा कांग्रेस के दो कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की संलिप्तता नहीं होने के अपने रुख को दोहराते हुए पार्टी की केंद्रीय समिति के सदस्य एके बालन ने रविवार को कहा कि न तो पार्टी और न ही उसके शीर्ष नेताओं को इस घटना की कोई जानकारी थी।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की एक अदालत ने शनिवार को इस मामले में माकपा के एक पूर्व विधायक सहित 14 आरोपियों को दोषी ठहराया था, जिसके बाद बालन ने यह बयान दिया।
माकपा नेता ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए आश्वासन दिया कि मामले के आरोपियों को कानून का सामना करना पड़ेगा।
पुलिस ने बताया, “केरल पुलिस ने मामले में शुरूआत से ही कड़ा रुख अपनाया था। सीबीआई ने केवल राज्य पुलिस द्वारा शुरू की गई जांच पूरी की है।”
यह मामला 17 फरवरी, 2019 को कथित तौर पर माकपा कार्यकर्ताओं द्वारा युवा कांग्रेस कार्यकर्ता कृपेश (19) और सरत लाल पी के (24) की हत्या से संबंधित है।
दोषी पाए गए आरोपियों में माकपा के पूर्व विधायक व जिला नेता केवी कुन्हीरामन, कान्हानगढ़ ब्लॉक पंचायत अध्यक्ष के मणिकंदन, माकपा की पेरिया स्थानीय समिति के सदस्य ए. पीतांबरन और पक्कम के पूर्व स्थानीय सचिव राघवन वेलुथोली शामिल हैं।
बालन ने कहा, “कांग्रेस, माकपा पर हत्या का आरोप लगा रही है लेकिन लोग जानते हैं कि असल में हत्या करने वाली पार्टी कौन सी है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ वर्ष पहले त्रिशूर में कांग्रेस के एक कार्यकर्ता ने आंतरिक गुटीय संघर्ष के कारण पार्टी के एक साथी की हत्या कर दी थी।
माकपा नेता ने कहा, “अब वही पार्टी माकपा पर आरोप लगा रही है।”
इससे पहले कांग्रेस नेताओं ने माकपा पर निशाना साधते हुए अदालत के फैसले को वामपंथी पार्टी की ‘हिंसा की संस्कृति’पर गहरा आघात बताया था।
भाषा जितेंद्र संतोष
संतोष
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