पीपुल्स कॉन्फ्रेंस विधानसभा में अनुच्छेद 370 की बहाली पर किसी भी प्रस्ताव का समर्थन करेगी: लोन |

पीपुल्स कॉन्फ्रेंस विधानसभा में अनुच्छेद 370 की बहाली पर किसी भी प्रस्ताव का समर्थन करेगी: लोन

पीपुल्स कॉन्फ्रेंस विधानसभा में अनुच्छेद 370 की बहाली पर किसी भी प्रस्ताव का समर्थन करेगी: लोन

:   Modified Date:  September 5, 2024 / 05:26 PM IST, Published Date : September 5, 2024/5:26 pm IST

श्रीनगर, पांच सितंबर (भाषा) पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (पीसी) के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर विधानसभा में अनुच्छेद 370 को बहाल करने के लिए किसी भी प्रस्ताव का समर्थन करेगी।

हालांकि, लोन ने कहा कि प्रस्ताव पारित करना केवल एक ‘‘नैतिक बात’’ होगी और केवल संसद ही जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को बहाल कर सकती है।

पांच अगस्त, 2019 को केंद्र द्वारा निरस्त किए गए जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे की बहाली पर उनकी पार्टी की योजना के बारे में पूछे जाने पर लोन ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘अगर विधानसभा में कोई प्रस्ताव आता है, तो हम उसका समर्थन करेंगे। लेकिन, अगर कोई प्रस्ताव नहीं आता, तो हम इसे लाएंगे।’’

पीसी प्रमुख ने विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी का घोषणा-पत्र जारी किया, जिसमें अनुच्छेद 370 और राज्य के दर्जे की बहाली के साथ-साथ कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए संघर्ष करने का वादा किया गया है।

लोन ने कहा कि विधानसभा में अनुच्छेद 370 पर प्रस्ताव पारित करना केवल एक ‘‘नैतिक बात’’ है, क्योंकि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा केवल संसद द्वारा ही बहाल किया जा सकता है।

अनुच्छेद 35ए की बहाली पर लोन ने कहा कि यदि जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल किया जाता है तो इस तरह के प्रावधान को आंशिक रूप से जम्मू-कश्मीर विधानसभा में बहाल किया जा सकता है।

उन्होंने कहा, ‘‘हम हिमाचल प्रदेश की तरह यहां विधानसभा में इसके कुछ हिस्सों को पारित कर सकते हैं।’’

अलगाववादी से राजनीति की मुख्यधारा में शामिल हुए लोन ने कहा, ‘‘अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए हम सभी को मिलकर आंदोलन करना होगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘एक दिन ऐसा आना चाहिए जब हम सभी को संघीय समाधान के हिस्से के रूप में आंदोलन करना चाहिए। समस्या नाम में है। उन्होंने अनुच्छेद 370 को इतना बदनाम कर दिया है कि हर सामान्य, बेखबर भारतीय को लगता है कि यह शायद भारत के खिलाफ एक साजिश है, जबकि ऐसा नहीं है। यह एक संघीय व्यवस्था है, एक संघीय समाधान है, जो कई प्रांतों के साथ बनाया गया है… और दुनिया भर में, पिछले 200 वर्षों से ऐसी व्यवस्थाएं हैं।’’

लोन ने कहा, ‘‘मेरा मानना ​​है कि जैसे-जैसे भारतीय लोकतंत्र विकसित होता जाएगा, एक दिन ऐसा आएगा जब हमारे पास (अनुच्छेद) 370 के बराबर संघीय समाधान होगा।’’

यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी पार्टी किसी अन्य पार्टी के साथ चुनाव-पूर्व गठबंधन करेगी, लोन ने कहा कि पीसी अपने दम पर चुनाव लड़ेगी।

उन्होंने कहा कि वह संभवतः दो सीट, ‘‘हंदवाड़ा और उत्तरी कश्मीर में कुपवाड़ा’’ से चुनाव लड़ेंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं हंदवाड़ा से चुनाव लड़ रहा हूं, लेकिन कुपवाड़ा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए वहां के लोगों का मेरे ऊपर दबाव है। इसलिए, सबसे अधिक संभावना है कि मैं दो सीट से चुनाव लड़ूंगा।’’

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव की इस टिप्पणी पर कि पूर्व आतंकवादी नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के लिए प्रचार कर रहे थे, लोन ने कहा कि इस तरह के बयान नेकां और पीडीपी को फायदा पहुंचाने के लिए दिए गए थे।

उन्होंने कहा, ‘‘राम माधव कोई बच्चा नहीं हैं। वह जानते हैं कि यहां 99.9 प्रतिशत मुसलमान हैं और भाजपा को मुस्लिम-विरोधी पार्टी के रूप में देखा जाता है। उनके बयान नेकां और पीडीपी को फायदा पहुंचाने के लिए हैं। मैं अपने खिलाफ ऐसे बयान देने के लिए उन्हें हर रोज एक लाख रुपये दूंगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ये बयान यथास्थिति बनाए रखने के लिए हैं। यह सब झूठ है। उनके पास सरकार है, अगर ऐसा कुछ है तो उन्हें कार्रवाई करनी चाहिए।’’

लोन ने कहा कि माधव 2014 में भी ऐसे बयान देते थे, लेकिन चुनाव के बाद भाजपा ने पीडीपी के साथ गठबंधन सरकार बना ली।

विधानसभा चुनाव के लिए अपने घोषणा-पत्र में पीपुल्स कॉन्फ्रेंस ने अनुच्छेद 370 और 35ए की बहाली के साथ-साथ राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए संघर्ष का वादा किया है।

पीसी ने कहा कि पार्टी जम्मू-कश्मीर की 2019 से पहले की संवैधानिक स्थिति को बहाल करने के लिए विधायी मंचों के भीतर और बाहर सभी प्रयासों का समर्थन करेगी।

घोषणा-पत्र में कश्मीर मुद्दे के समाधान के उद्देश्य से प्रयासों का समर्थन और सुविधा देने का भी वादा किया गया है।

भाषा सुरेश मनीषा

मनीषा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)