Water Crisis : नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली इन दिनों पीने के पानी के संकट से जूझ रही है। दिल्ली के करीब 30 फीसदी इलाकों में पानी की कमी हो रही है। हरियाणा से यमुना नदी में पर्याप्त पानी नहीं छोड़ने के कारण राजधानी दिल्ली के 30 फीसदी इलाकों में पेयजल का संकट बढ़ता जा रहा है।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*
दरअसल यमुना नदी के पास वजीराबाद बैराज में जलस्तर आवश्यकता से बहुत ज्यादा कम हो गया है। इस कारण उससे जुड़े दिल्ली जल बोर्ड के तीन जल शोधक संयंत्रों से पानी की आपूर्ति करीब 60 प्रतिशत प्रभावित हो गई है।
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Water Crisis : पानी की किल्लत के कारण नई दिल्ली, सिविल लाइन, हिंदू राव अस्पताल, कमला नगर, शक्ति नगर, करोल बाग, पहाड़ गंज, राजेंद्र नगर, पटेल नगर, बलजीत नगर, प्रेम नगर, इंद्रपुरी, कालकाजी, गोविंदपुरी, तुगलकाबाद, संगम विहार, अंबेडकर नगर, प्रहलादपुर, रामलीला ग्राउंड, दिल्ली गेट, सुभाष पार्क, मॉडल टाउन, गुलाबी बाग, पंजाबी बाग, जहांगीरपुरी, मूलचंद, साउथ एक्सटेंशन, ग्रेटर कैलाश, बुराड़ी, दिल्ली छावनी तथा नजदीकी अन्य क्षेत्रों में पिछले आठ दिनों से पेयजल संकट बना हुआ है। इन इलाकों में पानी की आपूर्ति कुछ समय के लिए ही होती है। इस कारण निवासी पीने का भी पानी नहीं भर पाते है।
गौरतलब है कि राजधानी दिल्ली एक लैंडलॉक शहर है। इस कारन यहां ज्यादातर पानी की आपूर्ति पड़ोसी राज्यों से आने वाली नदियों से होती है। जैसे की उत्तर प्रदेश के गंगा से पानी की आपूर्ति करता है साथ ही हरियाणा से यमुना के पानी की आपूर्ति होती है। इसके साथ ही दिल्ली को पंजाब के भाखड़ा से भी कुछ पानी मिलता हैं। इनमें सबसे ज्यादा पानी की आपूर्ति हरियाणा से होती है। बता दें वजीराबाद बैराज से 15 किमी ऊपर पल्ला में यमुना दिल्ली प्रवेश करती है, जो दिल्ली का एक मुख्य जलाशय है। दरअसल ये एक विशेष प्रकार का बांध है, जिसमें बड़े-बड़े द्वारों की श्रंखला है। बैराज बांध नदियों के प्रवाह व उनके जलस्तर को नियंत्रित करता है।
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