नई दिल्लीः Dawood Ibrahim Property 1993-मुंबई बम धमाकों का मास्टरमाइंड और 26/11 आतंकवादी हमलों को अंजाम देने वाला डॉन दाऊद इब्राहिम तमाम कोशिशों के बाद भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। वेश्यावृत्ति, जुआ और ड्रग्स के धंधे का काला कारोबार वह अरबों रुपयों कमा लिया। 2015 में फोर्ब्स ने दाऊद इब्राहिम की कुल संपत्ति 6.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर (करीब 55 हजार करोड़ रुपये) होने का अनुमान लगाया था। भले ही वह पुलिस की पकड़ से बाहर है, लेकिन सरकार ने उसके गैरकानूनी कामों पर शिकंजा कसा। उसको आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाने की कोशिश जारी रही। सरकार ने साल 2000 से इनकम टैक्स क़ानून और सफेमा के तहत उसकी जायदादों की नीलामी शुरू की। दाउद की कई संपत्तियों की नीलामी हो चुकी है। चलिए जानते हैं उसके सपत्तियों के खरीदार अभी किस हालत में है।
Dawood Ibrahim Property दिल्ली के शिवसैनिक और वकील अजय श्रीवास्तव ने बोली लगाई और नागपाड़ा इलाके में दाऊद की दो दुकानें खरीद लीं। हालांकि, नीलामी जीतने के बाद भी 25 साल गुजरने के बावजूद वो इन दुकानों पर कब्जा हासिल नहीं कर सके। ये दुकानें दाऊद की बहन हसीना पारकर के कब्जे में थीं, जिन्होंने दुकानें खाली करने से सीधा इनकार कर दिया। वहीं साल 2001 में, पीयूष जैन और हेमंत जैन ने ताड़देव इलाके में दाऊद की उमेरा इंजीनियरिंग वर्क्स नाम की 144 वर्गफुट की दुकान नीलामी में खरीदी, लेकिन जब वह इसका पंजीकरण कराने पहुंचे तो उन्हें मना कर दिया गया। यह कहकर कि यह जायदाद केंद्र सरकार के तहत आती है और केंद्र सरकार के अधीन रही संपत्ति का किसी निजी व्यक्ति के नाम पर रजिस्ट्रेशन नहीं हो सकता है। 23 साल की देरी के बाद, जब रजिस्ट्रेशन का रास्ता साफ हुआ, तो रजिस्ट्रार ने उनसे बढ़े हुए स्टांप ड्यूटी, रजिस्ट्रेशन फीस और जुर्माने के तौर पर 1 लाख 54 हजार रुपये की मांग की, जबकि संपत्ति की कीमत सिर्फ 2 लाख रुपये थी। हालांकि मामला अभी कोर्ट में चल रहा है।
माना जाता है कि देश के कई शहरों में दाऊद की करोड़ों की संपत्ति है। दाऊद के नाम एक होटल जायका भी है, जिसे अब सीज कर दिया गया है। दाऊद के कई संपत्ति को सीज किया जा चुका है, जिसमें मुंबई और अन्य शहरों में प्रॉपर्टी शामिल हैं। दुबई में भी दाऊद के कई प्रॉपर्टी हैं। मुंबई में दाऊद के पास हुंडई एक्सेंट सेडान कार भी थी, जिसे सरकार ने सीज कर दिया है।