नयी दिल्ली, 18 मार्च (भाषा) यूरोपीय संसद की अध्यक्ष एंजेलिका निबलर के नेतृत्व में एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को संसद भवन में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश से मुलाकात की।
प्रतिनिधिमंडल का हार्दिक स्वागत करते हुए हरिवंश ने दिसंबर 2023 में ‘भारत के साथ संबंधों’’ से संबंधित प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों और यूरोपीय संसद की सुरक्षा एवं रक्षा संबंधी उप-समिति (एसईडीई) के सदस्यों के साथ हुई पिछली बैठकों का स्मरण किया।
हरिवंश ने कहा कि भारत और यूरोपीय संघ के बीच उल्लेखनीय समानता रही है और दोनों ही विश्व की सबसे बड़ी एवं जीवंत लोकतांत्रिक व्यवस्थाएं, खुले बाजार की अर्थव्यवस्थाएं और बहुलवादी समाज हैं।
भारत एवं यूरोपीय संघ के बीच 2004 से शुरू हुई रणनीतिक साझेदारी को रेखांकित करते हुए, हरिवंश ने जिक्र किया कि यह संबंध व्यापार, प्रौद्योगिकी, हरित ऊर्जा, सतत विकास, कनेक्टिविटी, रक्षा, अंतरिक्ष, शिक्षा तथा जन संपर्क जैसे विविध क्षेत्रों में और अधिक सशक्त हुआ है।
उपसभापति ने यह भी कहा कि वर्तमान समय में इस रणनीतिक साझेदारी की गति अत्यंत प्रभावशाली रही है और दोनों पक्षों के बीच नियमित संवाद हो रहा है।
हरिवंश ने जोर दिया कि नियमित संसदीय आदान-प्रदान भारत-यूरोपीय संघ की साझेदारी के प्रतीक हैं और ये वर्तमान द्विपक्षीय सहयोग पर विचार-विमर्श करने तथा आपसी संबंधों को सुदृढ़ करने के लिए उत्कृष्ट अवसर प्रदान करते हैं।
बैठक के समापन पर, हरिवंश ने उम्मीद जतायी कि इस संसदीय प्रतिनिधिमंडल की यात्रा भारत-यूरोपीय संघ की साझेदारी को और अधिक प्रगाढ़ बनाएगी तथा तेजी से बढ़ रहे द्विपक्षीय संबंधों को नयी ऊर्जा प्रदान करेगी।
इस अवसर पर राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी भी उपस्थित थे।
भाषा अविनाश दिलीप
दिलीप
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