नयी दिल्ली, 25 जनवरी (भाषा) पूर्व प्रधान न्यायाधीश जे एस खेहर, सुजुकी मोटर के पूर्व प्रमुख दिवंगत ओसामु सुजुकी, राम मंदिर के वास्तुकार चंद्रकांत सोमपुरा, लोक गायिका दिवंगत शारदा सिन्हा और हॉकी खिलाड़ी पी आर श्रीजेश उन 139 हस्तियों में शामिल हैं जिन्हें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर शनिवार को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित करने की घोषणा की गई।
घोषित नागरिक पुरस्कारों में सात पद्म विभूषण, 19 पद्म भूषण और 113 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “पुरस्कार पाने वालों में 23 महिलाएं हैं। इस सूची में विदेशी, एनआरआई, पीआईओ, ओसीआई श्रेणी से भी 10 लोग शामिल हैं। साथ ही, 13 को मरणोपरांत सम्मानित किया गया है।’’
‘दिनामलार’ के प्रकाशक लक्ष्मीपति रामसुब्बायर को साहित्य, शिक्षा और पत्रकारिता के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया गया है।
बयान में कहा गया कि पूर्व प्रधान न्यायाधीश जगदीश सिंह खेहर, एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और एआईजी हॉस्पिटल्स के अध्यक्ष डी नागेश्वर रेड्डी, गुजरात की कथक नृत्यांगना कुमुदिनी रजनीकांत लाखिया, वायलिन वादक लक्ष्मीनारायण सुब्रमण्यम को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है।
सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन के पूर्व प्रमुख ओसामु सुजुकी, लोक गायिका शारदा सिन्हा और लेखक एम टी वासुदेवन नायर को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है।
ये पुरस्कार विभिन्न विषयों और क्षेत्रों में दिए जाते हैं, जैसे कला, सामाजिक कार्य, सार्वजनिक मामले, विज्ञान और इंजीनियरिंग, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल और लोक सेवा आदि।
पद्म विभूषण असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए प्रदान किया जाता है; पद्म भूषण उच्च स्तर की विशिष्ट सेवा के लिए तथा पद्म श्री किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिए प्रदान किया जाता है।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, अर्थशास्त्री बिबेक देबरॉय, गजल गायक पंकज उधास को मरणोपरांत पद्म भूषण दिया गया है।
तेलुगु सुपरस्टार नंदमुरी बालकृष्ण, फिल्म निर्माता शेखर कपूर और पूर्व हॉकी गोलकीपर पी आर श्रीजेश को पद्म भूषण दिया गया है।
एसबीआई की पूर्व अध्यक्ष अरुंधति भट्टाचार्य, हाल ही में संन्यास लेने वाले क्रिकेटर आर अश्विन, लखनऊ के केजीएमयू की कुलपति सोनिया नित्यानंद और उद्योगपति पवन गोयनका को पद्म श्री दिया गया है।
राष्ट्रपति ने 30 गुमनाम नायकों को पद्मश्री से सम्मानित किया है, जिनमें 100 वर्षीय लीबिया लोबो सरदेसाई भी शामिल हैं, जिन्होंने गोवा के स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
उन्होंने पुर्तगाली शासन के खिलाफ लोगों को एकजुट करने के लिए 1955 में एक जंगली क्षेत्र में एक भूमिगत रेडियो स्टेशन – ‘वोज डे लिबरडेड (स्वतंत्रता की आवाज)’ की स्थापना की।
पक्षियों, जानवरों और पेड़ों पर अद्वितीय शब्दकोश देने वाले वन्यजीव शोधकर्ता एवं मराठी लेखक मारुति भुजंगराव चितमपल्ली (92), जयपुर की 68 वर्षीय भजन गायिका एवं पेरिस के टाउन हॉल में प्रस्तुति देने वाली एकमात्र राजस्थानी महिला बतूल बेगम और पारंपरिक पराई इसई कला को मानकीकृत एवं पुनर्जीवित कर रहीं तमिलनाडु की तालवादक वेलु आसां (58) का नाम भी इस सूची में शामिल है।
तोगालु गोम्बेयाता (चमड़े की कठपुतली) का खेल दिखाने वाली भीमव्वा डोड्डाबलप्पा शिल्लेक्यथारा को भी पद्मश्री से सम्मानित करने की घोषणा की गई है। वह इस कला का अभ्यास करने वाली पहली महिलाओं में से एक रही हैं। 96 वर्षीय गोम्बेयाता ने महज 14 साल की उम्र में इस कला में महारत हासिल कर ली थी और उन्होंने 12 से अधिक देशों में इसका प्रदर्शन किया है।
सुरेंद्रनगर परमार में डांगसिया समुदाय से तांगलिया बुनकर लवजीभाई नागजीभाई (64); गरीब कैंसर रोगियों को मुफ्त इलाज प्रदान करने वाली कलबुर्गी की कैंसर रोग विशेषज्ञ विजयलक्ष्मी देशमाने और महाराष्ट्र में 400 हेक्टेयर जंगल का संरक्षण करने वाले चैतराम देवचंद पवार भी उन गुमनाम नायकों में शामिल हैं जिन्हें प्रतिष्ठित पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।
पारंपरिक आदिवासी संगीतकार और ‘सुलूर’ या ‘बस्तर बांसुरी’ के निर्माता पंडी राम मंडावी भी पुरस्कार विजेताओं में शामिल हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, “ माननीय राष्ट्रपति जी द्वारा आज पद्म पुरस्कारों के लिए चुनी गई हस्तियों को बधाई। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पद्म पुरस्कारों को ऐसे मंच के रूप में फिर से परिभाषित किया है, जहां ऐसे प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों को सम्मानित किया जा सके, जिन्होंने समुदायों को सशक्त बनाया है और उन्हें प्रगति की ओर अग्रसर किया है। मेरा दृढ़ विश्वास है कि यह सम्मान हमारे समाज को राष्ट्र निर्माण के लिए एक नए उत्साह से भर देगा।”
तमिल अभिनेता एस अजित कुमार, वरिष्ठ पुरातत्ववेत्ता कैलाश नाथ दीक्षित, ज़ाइडस्ट लाइफ साइंसेज के अध्यक्ष पंकज पटेल, साध्वी ऋतंभरा वरिष्ठ पत्रकार राम बहादुर राय, नृत्यांगना शोभना चंद्र कुमार को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।
बॉलीवुड गायक अरिजीत सिंह, एम्स और एसजीपीजीआई के पूर्व निदेशक ए के महापात्रा, मराठी अभिनेता अशोक लक्ष्मण सराफ, प्रसिद्ध रंगमंच कलाकार बैरी गॉडफ्रे जॉन, पंजाबी गायिका जसपिंदर नरूला को पद्म श्री से सम्मानित किया गया है।
केरल में पहला सफल हृदय प्रत्यारोपण करने वाले डॉ. जोस चाको पेरियाप्पुरम और दक्षिण भारतीय अभिनेता शोभना चंद्रकुमार पिल्लई को पद्म भूषण पुरस्कार मिलेगा। झारखंड के संगीत और संस्कृति के संरक्षण में योगदान के लिए महाबीर नायक को पद्मश्री पुरस्कार दिया जाएगा।
पश्चिम बंगाल के नौ लोगों को पद्मश्री से सम्मानित किया गया। इनमें गायक अरिजीत सिंह के अलावा अभिनेत्री ममता शंकर, ड्रमर गोकुल चंद्र दास, शिक्षाविद् नागेंद्र नाथ रॉय, उद्योगपति पवन गोयनका और सज्जन भजनका, स्वामी प्रदीप्तानंद (कार्तिक महाराज), सरोद वादक तेजेंद्र नारायण मजूमदार और सामाजिक कार्यकर्ता विनायक लोहानी शामिल हैं।
‘पेंटियम चिप के जनक’ के रूप में प्रसिद्ध भारतीय-अमेरिकी इंजीनियर विनोद धाम, प्रख्यात मलेरिया शोधकर्ता चेतन चिटनिस, प्रख्यात रासायनिक इंजीनियर और भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी के अध्यक्ष आशुतोष शर्मा को विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
उप्र के मुख्मंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘एक्स’ पर अपने संदेश में कहा कि बहुप्रतिष्ठित पद्म पुरस्कार-2025 के अंतर्गत ‘पद्म भूषण’ सम्मान के लिए उत्तर प्रदेश की दो विभूतियों राम बहादुर राय एवं साध्वी ऋतंभरा तथा ‘पद्म श्री’ सम्मान के लिए 8 विभूतियों आशुतोष शर्मा, गणेश्वर शास्त्री द्रविड़, हृदय नारायण दीक्षित, नारायण (भुलई भाई), सत्यपाल सिंह, श्याम बिहारी अग्रवाल, सोनिया नित्यानंद तथा सैय्यद ऐनुल हसन को हार्दिक बधाई।
भाषा
नोमान नेत्रपाल
नेत्रपाल
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