छत्रपति संभाजीनगर (महाराष्ट्र), 10 नवंबर (भाषा) ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ‘वोट जिहाद-धर्मयुद्ध’ संबंधी टिप्पणी को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एवं महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर रविवार को निशाना साधा और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी का ‘एक हैं तो ‘सेफ’ हैं’ नारा विविधता के लोकाचार के खिलाफ है।
ओवैसी ने भाजपा द्वारा श्रद्धेय माने जाने वाले हिंदुत्व विचारकों पर परोक्ष हमला करते हुए कहा कि फडणवीस के (वैचारिक) पूर्वजों ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने के बजाय उन्हें ‘‘प्रेम पत्र’’ लिखे थे।
फडणवीस ने 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करते हुए शनिवार को कहा था कि ‘‘वोट जिहाद’’ का जवाब मतों के ‘‘धर्मयुद्ध’’ से दिया जाना चाहिए।
ओवैसी ने चुनाव में एआईएमआईएम उम्मीदवार इम्तियाज जलील (औरंगाबाद पूर्व) और नासिर सिद्दीकी (औरंगाबाद मध्य) के समर्थन में छत्रपति संभाजीनगर के जिंसी इलाके में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हमारे पूर्वजों ने अंग्रेजों के खिलाफ जिहाद किया था और फडणवीस अब हमें जिहाद के बारे में सिखा रहे हैं। नरेन्द्र मोदी, अमित शाह और देवेंद्र फडणवीस मिलकर भी मुझे बहस में नहीं हरा सकते।’’
ओवैसी ने कहा कि ‘‘धर्मयुद्ध-जिहाद’’ संबंधी टिप्पणी चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है।
हैदराबाद के सांसद ने कहा, ‘‘लोकतंत्र में वोट जिहाद और धर्मयुद्ध कहां से आ गया? आपने विधायक खरीदे, क्या हम आपको चोर कहें?’’
उन्होंने कहा, ‘‘फडणवीस जहां वोट जिहाद की बात करते हैं, वहीं उनके नायक अंग्रेजों को प्रेम पत्र लिख रहे थे, जबकि हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने विदेशी शासकों से कोई समझौता नहीं किया।’’
ओवैसी ने कहा, ‘‘हमने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने का तरीका बताया। जब उन्हें (भाजपा को) मालेगांव में (लोकसभा चुनाव के दौरान) वोट नहीं मिले तो उन्होंने (फडणवीस) वोट जिहाद की बात की। जब उन्हें वोट नहीं मिलते, तो वे इसे जिहाद कहते हैं। वे अयोध्या में हार गए। ऐसा कैसे हुआ?’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पूर्वजों ने अंग्रेजों के खिलाफ जिहाद किया था, आपके नहीं। जिन फडणवीस के पूर्वजों ने अंग्रेजों को प्रेम पत्र लिखे, वह हमें जिहाद सिखाएंगे?’’
एआईएमआईएम नेता ने कहा कि मोदी कहते हैं ‘एक हैं तो ‘सेफ’ हैं’ क्योंकि वे (भाजपा) इस देश की विविधता को खत्म करना चाहते हैं।
ओवैसी ने हिंदूवादी संत रामगिरी महाराज के बयानों पर उठे विवाद का हवाला देते हुए कहा कि पैगंबर के खिलाफ टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
भाषा
सिम्मी वैभव
वैभव
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