नयी दिल्ली, 11 मार्च (भाषा) मतदाता सूची में कथित हेराफेरी और लोकसभा सीटों के परिसीमन के मुद्दे पर कांग्रेस और द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) सहित अन्य विपक्षी दलों ने मंगलवार को राज्यसभा में भारी हंगामा किया, जिसके कारण उच्च सदन की कार्यवाही शुरू होने के करीब बीस मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सुबह सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर उपसभापति हरिवंश ने आवश्यक कामकाज पटल पर रखवाने के बाद बताया कि कांग्रेस, द्रमुक, आम आदमी पार्टी, बीजू जनता दल (बीजद) सहित कुछ अन्य दलों के सदस्यों की ओर से नियम 267 के तहत कुल 27 नोटिस मिले हैं।
उन्होंने सभी नोटिस अस्वीकार कर दिए। इसके बाद विपक्षी दलों ने हंगामा और नारेबाजी आरंभ कर दिया। द्रमुक के कुछ सदस्य आसन के निकट आकर नारेबाजी भी करने लगे।
हंगामे के बीच ही उपसभापति ने शून्यकाल आरंभ किया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राजीव भट्टाचार्य सहित कुछ अन्य सदस्यों ने अपने-अपने मुद्दे उठाए।
इसी बीच, द्रमुक के आर गिरिराजन ने शून्यकाल के तहत दक्षिणी राज्यों में प्रस्तावित परिसीमन का मुद्दा उठाया और कहा कि यह तमिलनाडु को कतई स्वीकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि दक्षिण के राज्यों ने जनसंख्या नियंत्रण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है लेकिन वहां की लोकसभा सीटों की संख्या में कटौती करके उन्हें ‘दंडित’ किया जा रहा है।
गिरिराजन के अपनी बात रखने के बाद विपक्षी दलों का हंगामा और तेज हो गया। द्रमुक के कई सदस्य और एमडीएमके के वाइको आसन के निकट आ गए। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के सदस्य भी अपने स्थान पर हंगामा करते दिखे।
इसके बाद उपसभापति ने 11 बजकर 22 मिनट पर सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
भाषा ब्रजेन्द्र ब्रजेन्द्र मनीषा
मनीषा
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