विपक्ष ने महाकुंभ में भगदड़ पर चर्चा की मांग की, सरकार बोली: बजट सत्र का एजेंडा बीएसी तय करेगी |

विपक्ष ने महाकुंभ में भगदड़ पर चर्चा की मांग की, सरकार बोली: बजट सत्र का एजेंडा बीएसी तय करेगी

विपक्ष ने महाकुंभ में भगदड़ पर चर्चा की मांग की, सरकार बोली: बजट सत्र का एजेंडा बीएसी तय करेगी

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Modified Date: January 30, 2025 / 07:27 PM IST
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Published Date: January 30, 2025 7:27 pm IST

नयी दिल्ली, 30 जनवरी (भाषा) बजट सत्र से पहले बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में विपक्षी दलों ने बृहस्पतिवार को कहा कि महाकुंभ में भगदड़ तथा इस आयोजन में अतिविशिष्ट लोगों को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कथित तौर पर अधिक तवज्जो दिए जाने के विषय पर संसद में चर्चा होनी चाहिए तथा शोक प्रस्ताव लाना चाहिए।

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा कि बजट सत्र के एजेंडे के बारे में फैसला कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) निर्णय करेगी।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में रीजीजू ने कहा कि बैठक सकारात्मक रही। बैठक में 36 दलों के 52 नेताओं ने भाग लिया।

रीजीजू ने कहा, ‘‘पार्टी नेताओं ने कुछ मुद्दे उठाए और उन मुद्दों पर चर्चा की मांग की। कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) तय करेगी कि किन मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।’’

सत्र की शुरुआत शुक्रवार को दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति के अभिभाषण से होगी और बजट एक फरवरी को पेश किया जाएगा।

सत्र का पहला चरण 13 फरवरी को समाप्त होगा और दूसरा चरण 10 मार्च से शुरू होकर चार अप्रैल तक चलेगा। इस सत्र के विधायी एजेंडे में वक्फ (संशोधन) विधेयक समेत कुल 16 विधेयक शामिल हैं।

सूत्रों ने कहा कि जब कांग्रेस और समाजवादी पार्टी जैसे विपक्षी दलों ने भगदड़ का मुद्दा उठाया तो राजनाथ सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार महाकुंभ त्रासदी की जांच कर रही है।

महाकुंभ में भगदड़ पर चर्चा की विपक्ष की मांग के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा कि निर्णय बीएसी द्वारा लिया जाएगा।

रीजीजू ने कहा, ‘‘कई महत्वपूर्ण मुद्दे हैं… महाकुंभ का भी उल्लेख किया गया।’’

यह पारंपरिक बैठक राजनीतिक दलों को सरकार के विधायी एजेंडे के बारे में सूचित करने और सत्र के दौरान उनके द्वारा उठाए जाने वाले मुद्दों पर जानकारी प्राप्त करने के लिए बुलाई जाती है।

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘आज सुबह संसद सत्र से पहले हुई सर्वदलीय बैठक में विपक्षी दलों के नेताओं ने सरकार से महाकुंभ में मची भगदड़ के कारण हुई दुर्भाग्यपूर्ण मौतों पर सामूहिक शोक व्यक्त करने के लिए एक प्रस्ताव लाने का आग्रह किया।’’

इससे पहले, राज्यसभा में कांग्रेस के उप नेता प्रमोद तिवारी ने बृहस्पतिवार को कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) संसद के बजट सत्र में सभी मुद्दों को उठाएगा।

सर्वदलीय बैठक के बाद तिवारी ने ‘महाकुंभ के राजनीतिकरण’ की भी आलोचना की और कहा कि महाकुंभ के दौरान अतिविशिष्ट लोगों की आवाजाही से आम आदमी के लिए मुश्किलें पैदा हो रही हैं।

उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी इस धार्मिक आयोजन के ‘‘सत्तारूढ़ भाजपा से जुड़े वीआईपी लोगों की सभा बनने’’ के मुद्दे को उठाएगी।

तिवारी ने कहा कि सत्र के दौरान बढ़ती बेरोजगारी और किसानों की ‘‘दुर्दशा’’ का मुद्दा भी उठाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन आम लोगों की समस्याओं को उजागर करने के लिए सत्र में सभी मुद्दों को एक साथ उठाएगा।

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने आरोप लगाया कि करोड़ों तीर्थयात्रियों की सुविधा की कीमत पर महाकुंभ में वीआईपी लोगों को संरक्षण दिया जा रहा है।

सर्वदलीय बैठक में भाजपा के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जे पी नड्डा, कांग्रेस के गौरव गोगोई और जयराम रमेश, द्रविड़ मुनेत्र कषगम के टी. आर. बालू, तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंद्योपाध्याय और डेरेक ओ ब्रायन समेत कई नेताओं ने भाग लिया।

भाषा हक

हक संतोष

संतोष

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(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)