नयी दिल्ली, 18 सितंबर (भाषा) कांग्रेस ने बुधवार को आरोप लगाया कि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ का विचार व्यवहारिक नहीं है और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इसके जरिये विधानसभा चुनावों में असल मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहती है।
पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने दावा किया कि देश इस विचार को कभी स्वीकार नहीं करेगा।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को कोविंद समिति की सिफारिश के अनुसार ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।
‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर गठित उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल के समक्ष रखी गई। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली समिति ने लोकसभा चुनावों की घोषणा से पहले मार्च में रिपोर्ट सौंपी थी।
खरगे ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘एक राष्ट्र, एक चुनाव केवल ध्यान भटकाने का भाजपाई मुद्दा है। यह संविधान के खिलाफ है, लोकतंत्र के प्रतिकूल है, संघवाद के विरुद्ध है। देश इसे कभी स्वीकार नहीं करेगा।’’
इससे पहले उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह व्यवहारिक नहीं है, चलने वाला नहीं है…चुनाव के समय जब मुद्दे नहीं मिल रहे हैं तो असल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए इस तरह की बातें करते हैं।’’
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ निर्रथक विचार है।
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