PM Modi on Om Birla’s mention of Emergency : नई दिल्ली। ओम बिरला दूसरी बार लोकसभा के अध्यक्ष यानी स्पीकर चुने गए है। आज सुबह ध्वनि मत से उनका चुनाव हुआ जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने उन्हें आसन तक पहुंचाकर उनका अभिवादन किया। ओम बिरला ने सांसदों को संबोधित किया और सबसे पहले इमरजेंसी का जिक्र किया। कांग्रेस की पूर्ववर्ती इंदिरा सरकार पर निशाना साधा और आपातकाल की बात छेड़ दी।
PM Modi on Om Birla’s mention of Emergency : ओम बिरला ने कहा कि ऐसे भारत पर इंदिरा गांधी ने तानाशाही थोपी थी। भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचला गया और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गला घोंटा गया। इमरजेंसी के दौरान भारत के नागरिकों के अधिकार नष्ट कर दिए गए। नागरिकों से उनकी आजादी छीन ली गई। ये वो दौर था जब विपक्ष के नेताओं को जेलों में बंद कर दिया गया, पूरे देश को जेलखाना बना दिया गया था।
मुझे खुशी है कि माननीय अध्यक्ष ओम बिरला ने आपातकाल की कड़ी निंदा की, उस दौरान की गई ज्यादतियों को उजागर किया और यह भी बताया कि किस तरह से लोकतंत्र का गला घोंटा गया। उन दिनों में पीड़ित सभी लोगों के सम्मान में मौन खड़े होना भी एक अद्भुत भाव था।
आपातकाल 50 साल पहले लगाया गया था, लेकिन आज के युवाओं के लिए इसके बारे में जानना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह इस बात का एक उपयुक्त उदाहरण है कि जब संविधान को रौंदा जाता है, जनमत को दबाया जाता है और संस्थाओं को नष्ट किया जाता है तो क्या होता है। आपातकाल के दौरान की घटनाओं ने एक तानाशाही का उदाहरण दिया।
I am glad that the Honourable Speaker strongly condemned the Emergency, highlighted the excesses committed during that time and also mentioned the manner in which democracy was strangled. It was also a wonderful gesture to stand in silence in honour of all those who suffered…
— Narendra Modi (@narendramodi) June 26, 2024