केंद्रपाड़ा, चार अक्टूबर (भाषा) ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले में स्थित प्रसिद्ध श्री बलदेवजू मंदिर के सेवादारों ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि 300 साल पुराने इस मंदिर में प्रसाद और भोग तैयार करने के लिए मिलावटी घी का इस्तेमाल किया जा रहा है।
मंदिर के सेवादारों में एक शरत पात्री को मंदिर की रसोई में मिलावटी घी के डिब्बे मिले और उन्होंने मंदिर प्रबंध समिति के समक्ष यह मुद्दा उठाया।
मंदिर के पदाधिकारियों ने हाल ही में नवरात्रि के दौरान मंदिर का भोग तैयार करने के लिए सरकारी ओएमएफईडी घी के छह डिब्बे खरीदे हैं। लेकिन रसोइयों को घी में दुर्गंध और खट्टा स्वाद महसूस हुआ। मंदिर के अन्य सेवादारों और रसोइयों ने भी घी की शुद्धता पर संदेह जताया।
बलदेवजू मंदिर प्रबंध समिति के कार्यकारी अधिकारी बलभद्र पात्री ने बताया, ‘‘ ओएमएफईडी ने मंदिर को घटिया घी की आपूर्ति की थी, जिससे दुर्गंध आ रही थी। हमने शुक्रवार को केंद्रपाड़ा स्थित ओएमएफईडी शाखा कार्यालय को घी के सभी पांच डिब्बे वापस कर दिए।’’
ओएमएफईडी की केंद्रपाड़ा शाखा के विपणन प्रभारी लिंगराज परिदा ने बताया, ‘‘मंदिर को आपूर्ति किये गये घी में बहुत अधिक समय तक नमी और गर्मी के कारण दुर्गंध पैदा हुआ। हमने मंदिर के अधिकारियों को भविष्य में घी को ठंडे वातावरण में रखने का निर्देश दिया है। हमारे द्वारा अशुद्ध घी की आपूर्ति किए जाने का आरोप सत्य नहीं है।’’
भाषा धीरज अविनाश
अविनाश
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