भुवनेश्वर, तीन दिसंबर (भाषा)ओडिशा के विधायकों ने मंगलवार को पार्टी लाइन से हटकर अपने वेतन में वृद्धि और पूर्व विधायकों का पेंशन बढ़ाने की मांग की।
विधायकों द्वारा वेतन वृद्धि की मांग किये जाने के बाद विधानसभा ने इस मामले पर राज्य सरकार को सिफारिश करने के लिए एक समिति गठित करने का निर्णय लिया।
विधानसभा में शून्यकाल के दौरान विपक्ष की मुख्य सचेतक प्रमिला मलिक ने यह मुद्दा उठाया, जिसका कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दोनों के सदस्यों ने समर्थन किया।
मलिक ने पूर्व विधायकों की पेंशन बढ़ाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि महंगाई और चिकित्सा व्यय के कारण उन्हें अपना गुजारा करने में कठिनाई हो रही है।
इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी ने भाजपा विधायक भास्कर मादेई की अध्यक्षता में एक समिति गठित करने की घोषणा की।
सूत्रों ने बताया कि समिति राज्य सरकार को वेतन वृद्धि की राशि के बारे में सिफारिश करेगी तथा अन्य राज्यों में वेतन और पेंशन भुगतान का भी अध्ययन करेगी। मलिक ने मामला उठाते हुए इंगित किया कि पिछली सरकार द्वारा गठित एक समिति ने पहले ही अपनी रिपोर्ट दे दी है, जिसमें विधायकों का वेतन बढ़ाकर 2.5 लाख रुपये प्रति माह करने और पूर्व विधायकों की पेंशन 70,000 रुपये करने की सिफारिश की गई है।
भाजपा की विधायक सनातन बिजुली ने भी विधायकों के खर्चों को देखते हुए उनके कम वेतन पर चिंता जताई।
विधानसभा अध्यक्ष ने इस बात पर सहमति जताई कि विधायकों की मांगें जायज हैं और संसदीय कार्य मंत्री को निर्देश दिया कि वे इस मामले को सरकार के समक्ष रखें।
भाषा धीरज प्रशांत
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