गोंदिया, तीन जनवरी (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि बीड जिले के मसाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या को लेकर किसी को भी राजनीति नहीं करनी चाहिए।
बीड में पवन चक्कियां स्थापित करने वाली एक ऊर्जा कंपनी से जबरन वसूली का विरोध करने वाले देशमुख का नौ दिसंबर को अपहरण कर लिया गया और उन्हें कठोर यातनाएं दी गईं, जिससे उनकी मौत हो गई।
देशमुख की हत्या को लेकर महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन और विपक्ष के बीच सियासी खींचतान जारी है। विपक्ष का दावा है कि देशमुख हत्याकांड से जुड़े जबरन वसूली मामले का मुख्य आरोपी वाल्मीक कराड राकांपा नेता एवं राज्य सरकार में मंत्री धनंजय मुंडे का करीबी सहयोगी है।
पटेल ने बृहस्पतिवार को यहां कहा, “गहन जांच होनी चाहिए और सभी आरोपियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए। हालांकि, किसी को भी इस मामले को लेकर राजनीति नहीं करनी चाहिए।”
देवेंद्र फडणवीस मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए जाने को लेकर राकांपा के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल की नाराजगी पर पटेल ने कहा कि पार्टी नेतृत्व उनसे बात कर शिकायतों का समाधान करेगा।
पटेल ने इसे राकांपा का आंतरिक मामला करार दिया।
भुजबल ने 15 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह के बाद के दिनों में मंत्रिमंडल में खुद को शामिल न किए जाने को लेकर उपमुख्यमंत्री अजित पवार पर तीखा हमला बोला था।
पटेल ने कहा कि अजित पवार नीत राकांपा राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने के लिए दिल्ली के आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेगी।
किसी राजनीतिक दल को ‘राष्ट्रीय पार्टी’ का दर्जा तब मिलता है, जब उसे चार राज्यों के विधानसभा चुनावों में छह फीसदी वोट हासिल होते हैं और वह चार लोकसभा सीट जीतने में भी सफल रहती है।
राष्ट्रीय दल का दर्जा यह सुनिश्चित करता है कि पार्टी का चुनाव चिह्न पूरे देश में उसके लिए सुरक्षित है।
भाषा पारुल दिलीप
दिलीप
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