नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार के एक कदम से फिर से सियासी घमासान मचा हुआ है। इस बार यह विवाद भगवान धन्वन्तरी के फोटो का एक सरकारी लोगो यानी निशान पर इस्तेमाल से जुड़ा हुआ है। इसे लेकर कई विपक्षी नेता और पत्रकार सवाल उठा चुके है। हालाँकि सरकार की तरफ से सफाई भी आ चुकी है।
दरअसल केंद्र सरकार ने एनएमसी यानी नेशनल मेडिकल काउंसिल के LOGO में संशोधन किया है। उन्होंने इंडिया की जगह भारत शब्द का इस्तेमाल किया है साथ ही लोगो के बीच में भगवान् धन्वन्तरी की रंगीन फोटो लगाई है। अब इसे ही लेकर लगातार बयानबाजी जारी है। यूपी के सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस निशान पर सवाल खड़े करते हुए केंद्र की सरकार पर ढोंग, पाखंड व आडंबर को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। देखें उनका ट्वीट
राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग, नई दिल्ली का राष्ट्रीय प्रतीक “अशोक की लाट” (लोगो) को हटाकर चार हाथ वाले काल्पनिक धन्वंतरि की फोटो (लोगो) लगाकर केंद्र की भाजपा सरकार ने जहां एक ओर राष्ट्रीय प्रतीक का अपमान किया है वहीं दूसरी ओर मनगढ़ंत, काल्पनिक, अव्यवहारिक व अवैज्ञानिक फोटो लगाकर ढोंग,… pic.twitter.com/RXjjNuOwbU
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) December 2, 2023
एनएमसी यानी राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने इस पूरे विवाद पर अपना पक्ष भी रखा है। मीडिया रिपोर्ट के ख़बरों के मुताबिक़ कमीशन का कहना है कि भगवान धंवतरी की तस्वीर लोगो में पहले ही से थी। बस बदलाव ये हुआ है कि पहले की ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर को कमीशन में आम सहमति के बाद कलर कर दिया गया है। कमीशन ने इस विवाद को बेवजह बताया है। वहीं इस विचार से उलट जिनका तर्क है, उनमें से एक आईएमए यानी इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के केरल के अध्यक्ष का कहना है कि मेडिसिन के क्षेत्र में जाति या धर्म की कोई जगह नहीं है।